शिक्षा वही अर्थपूर्ण जो ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार दे |
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पीपुल्स विश्वविद्यालय के वार्षिक सम्मेलन में मुख्यमंत्री श्री चौहान |
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भोपाल : मंगलवार, फरवरी 11, 2014, 21:04 IST | |
मुख्यमंत्री श्री शिवराजसिंह चौहान ने कहा है कि शिक्षा वही अर्थपूर्ण है जो ज्ञान, कौशल और नागरिकता के संस्कार दे। जीवन उपयोगी शिक्षा जरूरी है। उन्होंने कहा कि विश्व के श्रेष्ठ 200 विश्वविद्यालय की सूची में भारतीय विश्वविद्यालय भी शामिल हों, इसके प्रयत्न किये जाना चाहिये। श्री चौहान आज यहाँ पीपुल्स विश्वविद्यालय के वार्षिक सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। श्री चौहान ने युवाओं का आव्हान किया कि नये इतिहास का सृजन करें। वे ऐसा जीवन जियें जो देश और समाज के लिये उपयोगी हो। जिस क्षेत्र में जायें वहाँ बेहतर से बेहतर योगदान दें। उन्होंने कहा कि मनुष्य में अपार क्षमताएँ हैं। यदि वे ठान ले तो कोई कार्य भी असंभव नहीं है। मुख्यमंत्री ने कहा कि कभी बीमारू कहा जाने वाला मध्यप्रदेश अब देश के सबसे तेजी से उन्नति करने वाले राज्यों में है। राष्ट्रपति ने कृषि कर्मण पुरस्कार से प्रदेश को सम्मानित किया है। आगामी 18 फरवरी को प्रदेश को बेस्ट टूरिज्म स्टेट का पुरस्कार भी मिलने जा रहा है। श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश को देश का नम्बर एक राज्य बनाना है। उसमें समाज के सभी वर्गों का सहयोग जरूरी है। प्रदेश में कोई भी युवा रोजगार के लिये भटकें नहीं, ऐसे प्रदेश के निर्माण का संकल्प लिया है। सरकार बहुमुखी प्रयास कर रही है। शिक्षा के लिये धन की कमी नहीं हो, इसके लिये उच्च शिक्षा ऋण गारंटी योजना को सरलीकृत किया गया है। नौकरी के साथ ही स्व-रोजगार के प्रयासों में भी सहयोग किया जा रहा है। मुख्यमंत्री कॉन्ट्रेक्टर योजना में ट्रेनिंग की व्यवस्था की गयी है। इस दौरान शिष्यवृत्ति भी दी जायेगी और व्यवसाय, व्यापार के लिये पूँजी के लिये ऋण उपलब्ध करवाया जायेगा जिसकी गारंटी मध्यप्रदेश सरकार देगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि भारत के गौरवशाली इतिहास का स्मरण युवा वर्ग को भविष्य के लिये प्रेरणा देता है। उन्होंने कहा कि भारत को आजादी भेंट में नहीं मिली है। वीरों की शहादत का परिणाम है। उन्होंने स्वतंत्रता आंदोलन के अनेक वीरों और वीरांगनाओं का स्मरण करते हुए कहा कि दुर्भाग्य से आजादी के संघर्ष के इतिहास में अनेक क्रांतिकारियों, बलिदानियों और सेनानियों को उचित स्थान नहीं दिया गया है। मुख्यमंत्री ने विश्वविद्यालय के मेधावी छात्र छात्राओं को स्वर्ण पदक प्रदान किये और स्मारिका का विमोचन किया।
पीपुल्स विश्वविद्यालय के कुलपति डॉ. वी के पण्डया ने स्वागत उद्बोधन दिया। प्रगति प्रतिवेदन प्रस्तुत किया। प्रारंभ में राष्ट्र-गीत वंदे-मातरम् और मध्यप्रदेश गान एवं सरस्वती वंदना की प्रस्तुति हुई। अंत में विश्वविद्यालय के विद्यार्थियों सांस्कृतिक प्रस्तुति दी। इस अवसर पर गृह एवं जेल मंत्री श्री बाबूलाल गौर, उच्च शिक्षा एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री श्री उमाशंकर गुप्ता, लोक स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री श्री नरोत्तम मिश्रा, खाद्य एवं नागरिक आपूर्ति मंत्री कुंवर विजय शाह, ऊर्जा एवं खनिज मंत्री श्री राजेन्द्र शुक्ला और पीपुल्स विश्वविद्यालय के कुलाधिपति श्री सुरेश विजयवर्गीय भी उपस्थित थे। |