भोपाल। मध्यप्रदेश की नवगठित 14वीं विधानसभा में 73 विधायकों के खिलाफ आपराधिक मामले लंबित हैं जिनमें 45 विधायकों के खिलाफ गंभीर आपराधिक आरोप हैं। चुनाव सुधारों को लेकर काम करने वाली संस्थाओं मध्यप्रदेश इलेक्शन वॉच और एसोसिएशन फॉर डेमोक्रेटिक रिफॉर्म्स ने नई विधानसभा के सभी नवनिर्वाचित 230 विधायकों का रिकॉर्ड देख उक्त तथ्य सामने रखे हैं।
रिपोर्ट के अनुसार भारतीय जनता पार्टी के 165 विधायकों में से 48, कांग्रेस के 58 में से 22, बहुजन समाज पार्टी के चार में से एक तथा चार निर्दलीयों में से दो के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं। आपराधिक पृष्ठभूमि वाले 73 में से 45 के खिलाफ अपहरण, डकैती, महिला अपराध जैसे गंभीर आरोप हैं।
संस्था ने राज्य के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान को पत्र लिखकर अनुरोध किया है कि वह अपने तीसरे कार्यकाल में मंत्रिमंडल में स्थायी समितियों एवं वित्तीय समितियों में, सहकारी समितियों एवं अन्य सरकारी निकायों में इन आरोपी विधायकों को ना रखें। उन्होंने यह भी कहा कि मंत्रियों सहित सभी विधायकों द्वारा विधानसभा में उनकी संपत्ति की प्रतिवर्ष घोषणा कराने, विधायकों के वित्तीय हितों का रजिस्टर बनाने और विधायक निधि के उपयोग की राशि एवं कार्यों का ब्यौरा ऑनलाइन उपलब्ध कराने की व्यवस्था कराई जाए।