झाबुआ में “आओ बनाये मध्यप्रदेश” सम्मलेन में मुख्यमंत्री श्री चौहान

राजा नहीं सेवक मुख्यमंत्री हूँ

झाबुआ को अग्रणी जिला बनायेंगे

भोपाल : रविवार, जनवरी 12, 2014, 20:02 IST
 

मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मैं राजा नहीं सेवक मुख्यमंत्री हूँ। मैं जन प्रतिनिधियों को कहता हूँ कि स्वागत में समय लगाने की बजाय सेवा में लगाये। मुख्यमंत्री श्री चौहान आज झाबुआ में ‘आओ बनाये मध्यप्रदेश’ सम्मेलन को सम्बोधित कर रहे थे।

श्री चौहान ने कहा कि झाबुआ जिले को अगले पाँच साल में पिछड़ा की बजाय अग्रणी जिला बनाने का प्रयास हम सब मिलकर करेंगे। श्री चौहान ने बताया कि गेहूँ के साथ अब चावल भी एक रुपये किलो दिया जाएगा। इन्कम टैक्स भरने वाले परिवारों को छोड़ कर जो भी परिवार गरीबी रेखा से ऊपर है उन्हें भी अब एक रुपये किलो गेहूँ-चावल दिया जाएगा। उन्होंने कहा कि छात्रावास-आश्रम जैसी शैक्षणिक सुविधाएँ बढ़ाई जाएगी और उच्च शिक्षा के लिए हर सुविधा दी जाएगी। उच्च शिक्षा ऋण पर बैंक गारंटी सरकार देगी।

aao banaye apna mp 2श्री चौहान ने कहा कि झाबुआ जिले में रोजगार उपलब्ध करवाने के लिए औद्योगीकरण किया जाएगा। युवाओं को स्व-रोजगार स्थापित करने के लिए ऋण एवं सुविधा दी जाएगी। मुख्यमंत्री ने जिले में गेहूँ की फसल देखकर खुशी व्यक्त की। उन्होंने कहा कि मैं वो दिन लाना चाहता हूँ कि लोग झाबुआ का गेहूँ मांगे। उन्होंने जिले में जल संरचनाएँ बनाने में सभी के सहयोग को जरूरी बताया। मुख्यमंत्री ने जानकारी दी कि अब खेत तक पहुँचने के लिए मुख्यमंत्री खेत-सड़क योजना प्रारंभ की गई है।

सम्मेलन में मुख्यमंत्री ने बिजली बचाने, पानी रोकने, नशामुक्ति, पेड़ लगाने, सब बच्चों को स्कूल भेजने और सभी घरों में शौचालय के निर्माण का आहवान किया। श्री चौहान ने उपस्थित लोगों को ‘आओ मध्यप्रदेश बनायें’ का संकल्प भी दिलवाया।

निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन

aao banaye apna mp 4मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सम्मेलन स्थल पर ही 23 करोड़ 62 लाख के निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं भूमि-पूजन भी किया। विभिन्न योजनाओं के हितग्राहियों को हितलाभ का वितरण किया। मुख्यमंत्री ने आओ बनायें अपना मध्यप्रदेश की थीम पर केन्द्रीत प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। विधायक श्री शांतिलाल बिलवाल ने भी सम्मेलन को सम्बोधित किया।

सम्मेलन में प्रभारी मंत्री श्री अंतरसिंह आर्य, विधायक सुश्री निर्मला भूरिया, श्री कलसिंह भावर सहित अन्य जन-प्रतिनिधि और बड़ी संख्या में ग्रामीण उपस्थित थे।