
अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..रखरखावव के अभाव में खंभे से लटक रहे तरंगित बिजली तार की चपेट में 13 साल का नाबालिग आ गया।तार की चपेट में आने के बाद करंट लगने से नाबालिग घायल हो गया।जिसे लेकर घरवाले तत्काल हॉस्पिटल पहुँचे।जहाँ चिकित्सक की देखरेख घायल हुए बच्चे का उपचार किया गया।हॉस्पिटल में उपचार के बाद नाबालिग की स्थिति खतरे से बाहर बताई जा रही है।
उक्त घटना ग्राम पंचायत महेशपुर के कसाईढोढ़ी की है।जहाँ 11 हजार वोल्ट के बिजली खंभे में एक तार लटक रहा था।जिसकी चपेट में 13 वर्षीय नाबालिग सतीश सिंह आ तिलक आ गया।तार की चपेट में आते ही नाबालिग की बिजली के करेंट का तेज झटका लगा।जिससे वो काफी दूर फेंका गया और बेसुध हो गया।इस घटना के बाद घायल नाबालिग को घरवाले तत्काल उसे लेकर हॉस्पिटल पहुँचे।जहाँ चिकित्सक की देखरेख में उसका उपचार किया गया।घंटो उपचार के बाद युवक की सेहत में सुधार होने लगा।हॉस्पिटल में भर्ती युवक फिलहाल खतरे से बाहर है और चिकित्सकों की निगरानी में है।
बीच सड़क पर तार टूटकर गिरा, बाल बाल बचे लोग
नगर पंचायत वार्ड क्र-10 में वाहन की चपेट में आकर करंट प्रवाहित तार टूट कर बीच सड़क आ गिरा।वार्ड में जिस जगह पर करंट प्रवाहित तार टूटकर गिरा था।वो घनी बस्ती के बीचोबीच से होकर गुजरने वाली मुख्य मार्ग है।घनी बस्ती होने की वजह से वहाँ स्थानीय लोगों की चहलकदमी बनी रहती है।इसके अलावा सड़क पर भी वाहनों का हमेशा आना जाना लगा रहता है।गनीमत रही कि जिस दौरान करंट प्रवाहित तार सड़क पर टूटकर गिरा।उस दौरान आसपास में न तो बस्ती के लोग मौजूद थे और न ही सड़क पर लोगो का आना जाना था।इसलिए किसी तरह का कोई नुकसान नही हुआ।
अगर उस दौरान वहाँ लोगो की चहलकदमी बनी रहती तो निश्चित तौर पर लोग उसकी चपेट में आ जाते और किसी बड़ी घटना के शिकार हो जाते।वार्ड क्र-10 के उस हिस्से में तार टूट कर गिरने की यह पहली घटना नही है।इससे पहले भी वहाँ पर कई बार विद्युत तरंगित तार टूट कर गिर चुके है।दरअसल वहाँ पर चारो तरफ बिजली तारों का जाल फैला हुआ है।जो देखरेख के अभाव में कम ऊँचाई पर होने के कारण भारी वाहनों की चपेट में आकर क्षतिग्रस्त हो जाते है।जिसकी वजह से तार टूटकर सड़क पर गिर जाते है।हालांकि अभी तक कोई इसकी चपेट में नही आया है और न कोई जानमाल का नुकसान हुआ है।लेकिन समय रहते इस पर ध्यान देकर इसे सुधारा नही गया तो कभी भी अनहोनी हो सकती है। इस संबंध में कनिष्ठ अभियंता नीरज कुजूर ने सुधार कराने की बात कही है।