पुरानी दिल्ली की यह भव्य मस्जिद भारत की सबसे बड़ी मस्जिद है इसके प्रांगण में 25,000 श्रद्धालु तक समाहित हो सकते हैं। इसका निर्माण 1644 में शुरू हुआ था और मुगल सम्राट शाहजहां जिन्होंने ताजमहल और लालकिला बनाया था उनकी अंतिम बेहद खर्चीली वास्तुकला की बानगी थी।
इस अलंकृत मस्जिद के तीन गेट चार मीनारें और 40 मीटर की लम्बी छोटी मीनारें है जो लाल बालुई पत्थर और सफेद संगमरमर से निर्मित है ।
आगन्तुक उत्तरी गेट से लबादे (रॉब्स) किराए पर ले सकते है। यहां आप स्थानीय पोशाक पहनकर यहीं के निवासियों की भांति लगेंगे।
कहां स्थित है: नेताजी सुभाष मार्ग के समीप, लाल किले के पश्चिमी ओर मेट्रो स्टेशन: चावड़ी बाज़ार
खुलने के दिन: सप्ताह के सभी दिवस
समय: प्रातः 7 बजे से अपराह्न तक,
1.30 बजे से सायं 6.30 बजे।
नमाज़ के समय पर्यटकों को प्रवेश की अनुमति नहीं है।