IAS Success Story: मां ने नौकरी छोड़ दी…बेटी ने रोज की 14 घंटे पढ़ाई, फिर UPSC क्लियर कर बन गई अफसर

UPSC Success Story, IAS Jagrati Awasthi Success Story: आजकल लड़कियां हर फील्ड में नाम रोशन कर रही हैं। पेरेंट्स भी अपनी बेटियों को पढ़ाने के लिए कदम उठा रहे हैं। ऐसा ही कुछ यूपी में भी देखने के लिए मिला। माता-पिता ने बेटी की पढ़ाई के लिए हर संभव प्रयास किया और अब उनकी लाडली IAS बन गई है। साल 2020 में यूपीएससी एग्जाम में जागृति अवस्थी ने आल इंडिया दूसरी रैंक हासिल किया थी

जॉब छोड़ की UPSC की तैयारी

जागृति ने भोपाल के मौलाना आजाद राष्ट्रीय प्रौद्योगिकी संस्थान से इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और भारत हेवी इलेक्ट्रिकल्स लिमिटेड (BHEL) में काम करने लगीं। लेकिन सपना था आईएएस ऑफिसर बनने का था. इस सपने को पूरा करने के लिए उन्होंने जॉब छोड़ दी और यूपीएससी तैयारी में जुट गईं।

रोज 12-14 घंटे करती थीं पढ़ाई

जागृति ने जब पहली बार यूपीएससी की परीक्षा दी तो उनकी स्ट्रैटजी काम नहीं आई, वो प्री एग्जाम भी पास नहीं कर सकीं। रिजल्ट आने के बाद निराश होने की बजाय उन्होंने दूसरी स्ट्रैटजी और अधिक मेहनत पर फोकस किया। जिसका नतीजा उन्हें दूसरी प्रयास में दिखा। जागृति इस एग्जाम को क्वालीफाई करने के लिए हर दिन 12 से 14 की पढ़ाई करती थीं। उन्होंने वीक सेक्शन पर फोकस किया और ज्यादा से ज्यादा सिलेबस को कवर करने का प्लान बनाया।

लॉकडाउन की वजह से की घर पर तैयारी

परीक्षा पास आने पर उन्होंने अपनी पढ़ाई के घंटे को और बढ़ाया। बाकी चीजों से ध्यान हटाकर मॉक टेस्ट और रिवीजन पर फोकस किया। जागृति अवस्थी ने दिल्ली की एक कोचिंग से तैयारी भी शुरू की लेकिन लॉकडाउन की वजह से उन्हें अपने घर भोपाल वापस आना पड़ा। उनकी फैमिली में माता-पिता के अलावा एक भाई भी हैं। जागृति के पिता एससी अवस्थी होमियोपैथ के डॉक्टर हैं और मां स्कूल टीचर थीं।

बेटी की तैयारी के लिए मां ने छोड़ दी नौकरी

1. बेटी का सपना पूरे करने के लिए जागृति की मां ने जॉब छोड़ दी और बेटी की तैयारी में मदद की। जब तक जागृति की पढ़ाई चलती रही, घर में न टीवी चलते थे और ना ही कुछ और।

2. पैरेंट्स ने बेटी का हौसला बढ़ाया और हर कदम पर साथ दिया। इधर जागृति भी अपनी स्ट्रैटजी के अनुसार पढ़ाई कर रही थीं। इसका नतीजा रहा कि जब दूसरे प्रयास में एग्जाम में शामिल हुईं और टॉपर बनकर निकलीं।

3. नतीजा उनकी ऑल इंडिया में रैंक 2 थी। उस वक्त संघ लोक सेवा आयोग ने सिविल सेवा परीक्षा 2020 का फाइनल रिजल्ट जारी किया। परिणाम आने के बाद लड़कियों का दबदबा रहा। कुल 761 सफल अभ्यर्थियों में 216 बेटियों ने परचम लहराया था।

4. पहला स्थान बिहार के शुभम कुमार ने प्राप्त किया लेकिन आल इंडिया रैंकिंग (एआईआर) में दूसरा स्थान रहा भोपाल की जागृति अवस्थी का। महिला उम्मीदवारों में जागृति अवस्थी ने टॉप किया है। जागृति ने वैकल्पिक विषय के तौर पर समाजशास्त्र के साथ परीक्षा पास की थी।