यहां कुछ ऐसे घरेलू नुस्खे दिए हैं जिन्हें डॉक्टर भी आजमाने की सलाह देते हैं…
शहद को अमूमन लोग वजन कम करने के लिए यूज करते हैं या गला खराब हो तो उसे ठीक करने के लिए भी इसे खाया जाता है। कम ही लोग जानते हैं कि इसे छोटी-मोटी चोट पर भी लगाया जा सकता है। इसके अलावा जलन, खांसी जुकाम वगैरह में भी शहद फायदा करता है। छोटे और बड़े बर्न्स में भी शहद बहुत फायदा करता है।
शहद में एंटीबैक्टीरियल प्रॉपर्टीज होती हैं। थोड़ा-सा शहद गर्म करके अफेक्टेड एरिया पर लगाएं और फिर ऊपर से गौज बैंड भी लगा लें, लेकिन इस ड्रेसिंग को रोज बदलना जरूरी है। अगर जलने वाले जगह पर खुजली जैसा महसूस होने लगे तो डॉक्टर की सलाह लें।
नमक आपके खाने का स्वाद बढ़ाने के अलावा भी बहुत कुछ कर सकता है। इससे साइनस, कंजेशन या ख़राब गला भी ठीक हो सकता है। खराब गले को ठीक करने के लिए आधे गिलास गुनगुने पानी में आधा चम्मच नमक डालकर गार्गल कर लेना चाहिए। साइनस फ्लश करने के लिए इस घोल को एक स्क्वीज बॉटल में डालें और थोड़ी-थोड़ी बूंदें अपनी नाक में अंदर डालते रहें। इस ट्रीटमेंट के लिए बॉटल स्टरलाइज की हुई होनी चाहिए और पानी भी नल का नहीं पीने का होना चाहिए।
ये स्वादिष्ट चाय इंडाइजेशन ठीक कर सकती है और साथ ही पेट दर्द भी। पेपरमिंट की पत्तियों में जो तेल होता है उससे डाइजेस्टिव ट्रैक्ट साफ हो जाता है और गैस भी आसानी से पास होती है। इस तरह इंडाइजेशन से काफी हद तक राहत मिलती है। जहां तक हो सके पेपरमिंट की पत्ती वाली चाय ही पियें।
ओटमील से एक्जिमा आसानी से ट्रीट किया जा सकता है। इसके अलावा रैशेस या सनबर्न भी इससे ठीक हो सकता है। ओटमील का पाउडर बना लें और फिर थोड़ा-सा पानी इसमें मिलाएं। इसमें इंफ्लेमेटरी प्रॉपर्टीज होती हैं। अब इस सॉल्यूशन को नहाने के टब में , गुनगुने पानी में मिलाएं और पंद्रह मिनट तक टब में ही बैठें।