फटाफट डेस्क. भारत के लगभग हर घर में आपको होली बेसिल यानी तुलसी का पौधा नजर आ जाएगा। जहां एक तरफ इसकी धार्मिक मान्यता है, वहीं कई बीमारियों के इलाज में भी इसका प्रयोग किया जाता है। हिंदू शास्त्रों के अनुसार, जिस घर के आंगन में तुलसी का पौधा होता है, वहां बैक्टीरिया और जीवाणु प्रवेश नहीं कर पाते हैं। इस कारण स्टाइलक्रेज के इस आर्टिकल में हम बात करेंगे कि तुलसी के फायदे क्या होते हैं। साथ ही तुलसी के उपयोग के सही तरीके के बारे में भी आप इस लेख में जानेंगे, ताकि आप तुलसी के नुकसान से बच सकें। तो आइए, अब विस्तार से तुलसी के फायदे और नुकसान के बारे में समझें।
तनाव के लिए तुलसी पत्ते के फायदे
वैसे क्या आप जानते हैं कि, तुलसी पत्ते के फायदे इस समस्या को कम करने में देखे गए हैं। एनसीबीआई (नेशनल सेंटर फॉर बायोटेक्नोलॉजी इन्फोर्मेशन) द्वारा प्रकाशित एक शोध में यह बताया गया है कि, इसमें एंटीस्ट्रेस गुण होते हैं। जो स्ट्रेस से आराम दिलवा सकते हैं। तुलसी के पत्ते हमारे शरीर में कॉर्टिसोल हॉर्मोन की मात्रा को नियमित कर सकते हैं। जो एक तरह का स्ट्रेस हार्मोन होता है। विशेषकर तुलसी की चाय का सेवन करने से तनाव कुछ हद तक कम हो सकता है। वहीं, यह अन्य मानसिक फायदे जैसे एंटीडिप्रेसेंट गुण और याददाश्त बेहतर करने में भी सहायक हो सकती है
(1). इस तरह तुलसी के पत्ते खाने के फायदे तनाव से आराम मिलने में मिल सकते हैं।
(2). वहीं, तुलसी के लाभ सर्दी, जुखाम, बुखार जैसी समस्याओं से आराम पाने के लिए किया जा सकता है
(3). इसलिए, अगर किसी भी इम्युनिटी कम है, तो उनके लिए तुलसी पत्ता खाने के फायदे कारगर साबित हो सकते हैं। साथ ही तुलसी का काढ़ा भी पिया जा सकता है।
(4). डिटॉक्स वॉटर में तुलसी के पत्तों का इस्तेमाल किया जाता है, जो टॉक्सिक पदार्थों को शरीर से बाहर निकालने में मदद कर सकता है।
(5). एक अन्य अध्ययन के अनुसार, तुलसी में एंटीमाइक्रोबियल गुण भी होते हैं। यह गुण मुंह को बैक्टीरियल संक्रमण से बचाए रखने में मददगार हो सकता है। साथ ही यह प्राकृतिक माउथ फ्रेशनर भी है
(6). इस प्रकार मुंह के स्वास्थ्य के लिए तुलसी के रस के फायदे देखे जा सकते हैं।
(7). अगली बार जब भी आपके आसपास किसी को सिरदर्द हो, तो जल्द आराम के लिए उन्हें तुलसी के पत्ते वाली चाय पिलाई जा सकती है।