क्या आप नौकरी करते हैं? क्या आपकी सैलरी इस कोरोना संकट के बीच कम हो गई है? तो यह खबर आपके चेहरे पर मुस्कान ला देगी. जी हां…इस साल की दूसरी और तीसरी तिमाही में कड़े फैसले लेने के बाद, भारतीय कंपनियां फिर से टैलेंट में निवेश करने के लिए तैयार नजर आ रहीं है. इस संबंध में एक सर्वे रिपोर्ट सामने आई जिसमें यह कहा गया है कि 87 फीसदी कंपनियों ने अपने कर्मचारियों का वेतन 2021 में बढ़ाने की योजना बना ली है, जबकि 2020 में 71 फीसदी कंपनियां अपने कर्मचारियों का वेतन बढा सकतीं हैं.
इस साल सितंबर-अक्टूबर में हुए एओन सर्वे में यह बात सामने आई है जिसमें शामिल कंपनियों में से 87 प्रतिशत ने कहा कि वे अगले साल वेतन में इजाफा करने का काम करेंगी. वहीं 61 प्रतिशत ने कहा कि वे 5-10 प्रतिशत के बीच सैलरी में इजाफा करके अपने कर्मचारियों को राहत देंगी. गौर हो कि एओन एक वैश्विक पेशेवर सेवा फर्म है.
औसत वेतन वृद्धि इस साल 6.1 प्रतिशत
कंपनियों ने इस साल कर्मचारियों के वेतन में औसत 6.1 प्रतिशत की वृद्धि की. यह पिछले एक दशक में सबसे निचला स्तर बताया जा रहा है. हालांकि इसमें अगले साल औसत वेतन वृद्धि 7.3 प्रतिशत रहने का अनुमान है. एओन के द्वारा जारी सर्वेक्षण रपट में कहा गया है कि देश में काम करने वाली कंपनियों ने कोविड-19 से जुड़ी चुनौतियों के बावजूद लचीलारुख दिखाने का काम किया है. 2020 में करीब 71 प्रतिशत कंपनियों ने वेतन में वृद्धि दी जबकि 2021 में 87 प्रतिशत कंपनियां वेतन वृद्धि करने के पक्ष में नजर आ रहे हैं.
औसत वेतन वृद्धि 2020 में 6.1 प्रतिशत
इस सर्वे की मानें तो भारत में औसत वेतन वृद्धि 2020 में 6.1 प्रतिशत रही है. यह 2009 के 6.3 प्रतिशत के औसत से भी नीचे है. एओन के ‘सैलरी ट्रेंड्स सर्वे इन इंडिया’ में कहा गया है कि अगले साल कंपनियां वेतन में औसत 7.3 प्रतिशत की वृद्धि करेंगी. एओन ने इसके लिए 20 विभिन्न उद्योग क्षेत्रों की 1,050 कंपनियों के बीच सर्वेक्षण किया था. सितंबर-अक्टूबर 2020 की स्थिति तक 87 प्रतिशत कंपनियों ने 2021 में वेतन वृद्धि देने की प्रतिबद्धता जतायी है जबकि इसमें 61 प्रतिशत कंपनियों ने कहा कि वह पांच से 10 प्रतिशत की वेतन वृद्धि देंगी.
पांच से 10 प्रतिशत के बीच वेतन वृद्धि
वर्ष 2020 की बात करें तो इसमें 71 प्रतिशत कंपनियों ने वेतन वृद्धि दी. इसमें से 45 प्रतिशत ने पांच से 10 प्रतिशत के बीच वेतन वृद्धि दी. एओन में पार्टनर और कंपनी के प्रदर्शन एवं पारितोष समाधान के भारतीय कारोबार के मुख्य कार्यकारी अधिकारी नितिन सेठी ने कहा कि यह एक अनोखा साल है. कंपनियां अपने कर्मचारियों और ग्राहकों में निवेश कर रही हैं. कोरोना संक्रमण के गहरे असर के बावजूद कंपनियों ने कर्मचारियों को लेकर परिपक्व और लचीला रुख दिखाया है.