रंग बदलने में माहिर कोरोना का अब नया वेरिएंट सामने आया है। कोरोना के इस नए वेरिएंट को विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) ने ओमीक्रॉन नाम दिया है। कोरोना के इस वेरिएंट ने दुनिया को टेंशन में डाल दिया है। कोरोना के इस नए वेरिएंट का असर विश्व व्यापार संगठन (WTO) की मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस पर भी पड़ा है।
डब्ल्यूटीओ ने कोरोना के कारण ताजा हालात को देखते हुए मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस को रद्द करने का ऐलान किया है। डब्ल्यूटीओ की ओर से बयान जारी कर इसका ऐलान किया गया है। जानकारी के मुताबिक डब्ल्यूटीओ की जनरल काउंसिल में 26 नवंबर को मिनिस्ट्रियल कॉन्फ्रेंस को लेकर चर्चा हुई जिसके बाद इसे रद्द करने का निर्णय लिया गया।
डब्ल्यूटीओ की ओर से कहा गया है कि कोरोना के कारण गंभीर हालात को देखते हुए ये कॉन्फ्रेंस टालने का निर्णय लिया गया है। अनुमति मिलते ही हम ये कॉन्फ्रेंस आयोजित करेंगे। महामारी के कारण सख्त यात्रा प्रतिबंध लागू हैं। जिसकी वजह से कई मंत्रियों को जेनेवा पहुंचने से रोके जाने का अंदेशा था। ऐसे में इस कॉन्फ्रेंस का आयोजन नहीं करने का फैसला लिया गया।
गौरतलब है कि कोरोना के नए वेरिएंट के कारण बने हालात में कई देशों ने सख्त यात्रा प्रतिबंध लागू कर दिए हैं। अमेरिका के साथ ही यूरोपीय देशों ने भी दक्षिण अफ्रीका से आने वाली फ्लाइट्स पर रोक लगा दिया है। अफ्रीका और आसपास के देशों से आने वालों के लिए क्वारंटीन अनिवार्य कर दिया गया है। कनाडा की सरकार ने पिछले दो हफ्ते में अफ्रीकी देशों से आए यात्रियों का कोरोना टेस्ट कराने का ऐलान किया है। रिपोर्ट आने तक इनसे क्वारंटीन रहने को कहा गया है।
भारत में नए वेरिएंट का एक भी केस नहीं
कोरोना वायरस के नए वेरिएंट की दहशत दुनियाभर में देखने को मिल रही है. सरकारें सतर्कता बरत रही हैं। भारत ने भी सतर्कता बरतते हुए ब्रिटेन, दक्षिण अफ्रीका, ब्राजील, बांग्लादेश, मॉरीशस, बोत्सवाना, जिम्बाब्वे, न्यूजीलैंड, सिंगापुर, हांगकांग और इजाइल को जोखिम वाले देशों की सूची में रखा है। इन देशों से भारत आ रहे यात्रियों की दिल्ली एयरपोर्ट पर जांच कराई जा रही है।
जांच करा रही लैब का दावा है कि कोरोना के नए वैरिएंट का अब तक एक भी मामला सामने नहीं आया है। दूसरी तरफ, दुनियाभर के देश जहां इंटरनेशनल फ्लाइट्स को लेकर सख्ती बरत रहे हैं। वहीं भारत सरकार इन्हें शुरू करने की तैयारी में है। भारत सरकार की ओर से अभी एक दिन पहले ही ये ऐलान किया गया था कि ठप पड़ी इंटरनेशनल उड़ानें 15 दिसंबर से शुरू की जाएंगी।
हालांकि, नए वेरिएंट से प्रभावित देशों से आने वाली फ्लाइटों पर बैन की मांग भी उठने लगी है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शनिवार को कोरोना की स्थिति पर बैठक बुलाई है। एक तरफ ये बैठक चल रही थी तो दूसरी तरफ दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने पीएम मोदी से ऐसे देशों की फ्लाइट पर रोक की मांग की, जो नए वेरिएंट से प्रभावित देशों से आने वाली हैं।
हालांकि, इस दिशा में अभी तक कोई निर्णय नहीं लिया गया है, लेकिन एयरपोर्ट पर सख्ती जरूर बढ़ी दी गई हैं। गुजरात सरकार ने एयरपोर्ट पर ऐसे देशों की फ्लाइट से आने वाले लोगों का आरटी-पीसीआर टेस्ट अनिवार्य कर दिया है।