नई दिल्ली. नए साल में एटीएम से फ्री पैसा निकालने की सीमा के बाद पैसे निकालने पर आपको पहले से ज्यादा चार्ज देना होगा. एक जनवरी 2022 से ATM से मुफ्त निकासी की सीमा के बाद पैसे निकालने पर बैंक 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन की बजाय 21 रुपय ट्रांजैक्शन चार्ज वसूलेंगे.
अभी तक बैंक ग्राहकों को हर महीने पांच बार अपने एटीएम से पैसे की निकासी पर कोई शुल्क नहीं लिया जाता है. मुफ्त निकासी की सीमा खत्म होने के बाद पैसे निकालने पर बैंक 20 रुपये प्रति टांजेक्शन का शुल्क लगता है. लेकिन एक जनवरी से छठी बार पैसे निकालने पर 21 रुपये और उसपर टैक्स जोड़कर चार्ज देना होगा. हालांकि सभी नॉन फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन फ्री रहेगा, जिसमें बैलेंस चेक करने से लेकर मिनी स्टेटमेंट या पिन बदलना इनमें शामिल है.
अभी तक लगता था कितना चार्ज?
अभी दूसरे बैंक के एटीएम से 6 मेट्रो शहरों (मुम्बई, नई दिल्ली, चेन्नई, कोलकाता, बेंगलुरु और हैदराबाद) में पैसे निकालने पर पहले 3 ट्रांजैक्शन, जिसमें फाइनैंशियल और नॉन-फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन शामिल है, वो बिलकुल मुफ्त है और उसपर ग्राहकों को कोई चार्ज नहीं देना पड़ता है.
वहीं, गैर मेट्रो शहरों में 5 एटीएम ट्रांजैक्शन मुफ्त कर सकते हैं. इसके बाद मेट्रो शहरों में फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन करने पर 20 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन और 8.50 रुपये नॉन फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन के तौर पर देना पड़ता है.
1 जनवरी से लगने वाले शुल्क
बैंक के ग्राहकों को 1 जनवरी से नए रेट्स लागू होने के बाद 5वें ट्रांजैक्शन के बाद फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन के लिये 21 रुपये प्रति ट्रांजैक्शन और 8.50 रुपये नॉन फाइनैंशियल ट्रांजैक्शन के लिये देने होंगे. दरअसल इसी साल जून में रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने बैंकों को ATM के जरिये तय मुफ्त मंथली लिमिट से अधिक बार रकम निकालने या अन्य लेन-देन करने पर ज्यादा चार्ज वसूलने की इजाजत दे दी थी.
10 जून को जारी किये गए RBI के सर्कुलर के मुताबिक, बैंकों को दूसरे बैंकों के एटीएम में कार्ड के इस्तेमाल करने के एवज में लगने वाले शुल्क की क्षतिपूर्ति और अन्य लागत में बढ़ोतरी को देखते हुए उन्हें प्रति लेने-देन चार्ज बढ़ाकर बढ़ाने की इजाजत दे दी गई थी.