रांची. झारखंड में एक बार फिर से कोरोना के मामले लगातार बढ़ रहे हैं ऐसे में लोगों के मन में एक ही सवाल उठने लगा है क्या झारखंड में फिर से लॉकडाउन लगा दिया जाएगा ? शनिवार को नये साल के पहले ही दिन प्रदेश में कोरोना संक्रमण के एक हजार से भी अधिक यानी 1007 मामले सामने आये. खास बात ये है कि इनमें से लगभग आधे केस अकेले रांची के ही थे. पहली तारीख को रांची में मिले कोविड संक्रमितों की संख्या 495 रही, ऐसे में लॉकडाउन को लेकर लोगों के मन में सवाल उठने लगे हैं.
झारखंड में कोरोना के मिल रहे केस की बात करें तो 31 दिसंबर को रांची के 327 मामलों समेत 753 कोरोना संक्रमित लोग मिले थे. इससे पहले 30 दिसंबर को झारखंड में 482 लोग संक्रमित पाये गये थे. झारखंड के जिलों की बात करें तो सबसे अधिक पॉजिटिव केस रांची में ही दर्ज किए जा रहे हैं.
पिछले 24 घंटों में राज्य में 1007 नये लोग कोरोना संक्रमित पाये गये हैं. इनमें 495 लोग रांची के हैं तो पूर्वी सिंहभूम में 123, धनबाद में 113, पश्चिमी सिंहभूम में 53, कोडरमा में 47 और बोकारो तथा हजारीबाग में 43-43 लोग कोरोना संक्रमित मिले हैं. राज्य में लगातार बढ़ रहे कोरोना केस को लेकर सरकार भी गंभीर है. राज्य के स्वास्थ्य सचिव अरुण कुमार सिंह ने सभी जिला उपायुक्तों को चिट्ठी लिखकर अपने यहां बढ़ते कोरोना संक्रमण को ध्यान में रखकर कड़े फैसले लेने को कहा है.
झारखंड में सभी उपायुक्तों को 15 जनवरी तक सभी वैक्सीन लगाने के योग्य लोगों को कोविड वैक्सीन की पहली और दूसरी खुराक दे देने के भी निर्देश दिये गए हैं ताकि कोरोना के बढ़ते रफ्तार पर काबू पाया जा सके. कोरोना के बढ़ते मामले और खतरे को देखते हुए राज्य में 15 से 18 वर्ष के किशोर/युवाओं का भी वैक्सीनेशन के लिए पंजीकरण प्रारंभ हो गया है. सरकारी सूत्रों के मुताबिक पंजीकृत लोगों को तीन जनवरी से वैक्सीन लगाने की तैयारी कर ली गयी है.