मुंबई। महाराष्ट्र में कोरोना वायरस के बढ़ते मामलों को देखते हुए यह अनुमान लगाया जा रहा है राज्य में फिर से लॉकडाउन लगाया जा सकता है। पिछले दिनों महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने इसके संकेत भी दिए थे। उन्होंने कोरोना मरीजों में बढ़ोतरी पर चिंता जाहिर करते हुए बीते 16 फरवरी को कहा था कि नागरिक मास्क पहनने और उचित दूरी का पालन करने जैसे निर्देशों का सख्ती से पालन करें या एक बार फिर लॉकडाउन का सामना करने के लिए तैयार रहें।
कोरोना के बढ़ते केसों के बीच मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे रविवार शाम सात बजे राज्य की जनता को संबोधित करेंगे। कयास लगाए जा रहे हैं कि सीएम ठाकरे लॉकडाउन या सख्त पाबंदी जैसे कुछ कदमों का ऐलान कर सकते हैं।
यवतमाल और अमरावती में पहले ही लग चुका है लॉकडाउन
बढ़ते मामलों से चिंतित पूर्वी महाराष्ट्र के यवतमाल जिला प्रशासन ने 16 फरवरी की रात से दस दिवसीय लॉकडाउन का आदेश दिया था। इससे पहले दिन में, इसी विदर्भ क्षेत्र के अमरावती जिले में शनिवार रात 8 बजे से सोमवार सुबह 7 बजे तक सप्ताहांत लॉकडाउन की घोषणा भी की गई थी।
‘लॉकडाउन की जरूरत नहीं; दोहरा मास्क लगाने, सूक्ष्म निरुद्ध क्षेत्र बनाने की जरूरत’
दूसरी ओर, महाराष्ट्र सरकार के कोविड-19 कार्यबल के एक वरिष्ठ सदस्य ने 20 फरवरी को कहा कि लॉकडाउन कठोर उपाय है और वायरस को फैलने से रोकने में इसकी प्रभावकारिता सीमित है। कार्यबल के सदस्य और चिकित्सक डॉ. शशांक जोशी के मुताबिक ‘दोहरा मास्क पहनने’ (चेहरे को ढंकने के लिए दोहरे स्तर का मास्क पहनने) और सूक्ष्म निरुद्ध क्षेत्रों को बढ़ावा देना प्रभावी हो सकता है। महाराष्ट्र में इस महीने संक्रमण में बढ़ोतरी देखी जा रही है। उन्होंने एक पैनल चर्चा में कहा, ‘लॉकडाउन कठोर उपाय है। यह (लागू करना) आसान प्रतीत होता है, लेकिन इसकी जरूरत नहीं है और रात्रि कर्फ्यू लगाने का कोई मतलब नहीं है।’