भारत में अभी कोरोना की दूसरी लहर की रफ्तार धीमी ही पड़ी है कि तीसरी लहर को लेकर कयास लगने लगे हैं। इस बात की संभावना जताई जाने लगी है कि अगस्त तक इस महामारी की तीसरी लहर आ सकती है, जो कि सितंबर तक अपने चरम पर पहुंच जाएगी। भारतीय स्टेट बैंक द्वारा तैयार एक रिपोर्ट में यह अनुमान लगाया गया है।
एसबीआई की “कोविड -19: रेस टू फिनिशिंग लाइन” रिसर्च रिपोर्ट में कहा गया है, “मौजूदा आंकड़ों के अनुसार, भारत में जुलाई के दूसरे सप्ताह के आसपास रोजाना लगभग 10,000 कोविड -19 मामले सामने आ सकते हैं। हालांकि, मामले अगस्त के दूसरे पखवाड़े तक बढ़ सकते हैं।” आपको बता दें कि दूसरी लहर 7 मई को चरम पर थी, जब चार लाख से अधिक मामले सामने आए थे।
रिसर्च में कहा गया है कि अनुमान रुझानों पर आधारित हैं। वैश्विक डेटा से पता चलता है कि औसतन, तीसरी लहर के दौरान पहुंचने वाले चरम मामले कोरोनो वायरस महामारी की दूसरी लहर से लगभग दो या 1.7 गुना अधिक हैं। अधिकांश विशेषज्ञ लगभग एकमत हैं कि देश में कोरोना की तीसरी लहर आएगी।
जून में प्रकाशित एसबीआई की एक रिपोर्ट में कहा गया है कि संभावित तीसरी लहर दूसरी जितनी गंभीर हो सकती है। हालांकि यह भी कहा गया है कि संक्रमण की संख्या दूसरी लहर के कारण कम भी हो सकती है।
भारत में कोविड-19 की दूसरी लहर अप्रैल और मई में अपने चरम पर थी। देश ने इस अवधि के दौरान कई दिनों तक दैनिक संक्रमण और कोरोनो के कारण मौतों की रिकॉर्ड संख्या देखी। इस दौरान देश को ऑक्सीजन संकट से जूझना पड़ा। हालांकि, राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों द्वारा लगाए गए प्रतिबंधों के कारण, दैनिक मामलों में कमी आई है। कई राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों ने अब दैनिक मामलों में गिरावट के बीच अनलॉक करना शुरू कर दिया है।
केंद्रीय स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय (MoHFW) के अनुसार, पिछले 24 घंटों में, भारत में 39,796 नए मामले सामने आए। इस दौरान 723 मरीजों की मौत हुई। इसके साथ ही कुल मामले बढ़कर 30,585,229 हो गए। इनमें से 29,700,430 लोगों ने इस महामारी को मात दिया है।