नई दिल्ली। भारतीय मौसम विज्ञान विभाग ने वीकेंड और सोमवार को मध्य व पश्चिमी भारत के कई हिस्सों में भारी बारिश होने को लेकर रेड अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में मानसून के और सक्रिय होने की संभावना है। मौसम विभाग की चेतावनी के अनुसार शनिवार को पूर्वी राजस्थान, गुजरात और मध्य प्रदेश के लिए चेतावनी दी। वहीं गुजरात में सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र के साथ पूर्वी व पश्चिमी राजस्थान के लिए रविवार को भारी बारिश का अनुमान है। सौराष्ट्र और कच्छ क्षेत्र में सोमवार को भी बारिश हो सकती है।
बता दें कि रेड अलर्ट का मतलब है कि आपदा प्रबंधन के अधिकारियों को बारिश से संबंधित या बाढ़ आपदा को रोकने के लिए कार्रवाई करनी चाहिए। राष्ट्रीय मौसम पूर्वानुमान केंद्र के वरिष्ठ वैज्ञानिक आरके जेनामनी ने कहा, ‘मध्य भारत में बहुत भारी बारिश हुई है। यह एक और दिन रिकॉर्ड की जा सकती है। लेकिन अब मानसून की बारिश दक्षिण राजस्थान और गुजरात में केंद्रित होगी। वहां बड़े स्तर पर शहरी क्षेत्रों में बाढ़ आ सकती है। इस बीच बंगाल की खाड़ी के ऊपर एक और निम्न दबाव वाला क्षेत्र विकसित होने की संभावना है जो शायद उतना तीव्र न हो। 25 या 26 अगस्त के आसपास दिल्ली एनसीआर में कुछ बारिश हो सकती है।’
शनिवार तक मध्य प्रदेश के कई हिस्सों में बेहद अधिक बारिश दर्ज की गई थी। इसमें सीहोर में 32 सेमी, देवास में 27 सेमी, इंदौर और रायसेन 26-26 सेमी, उज्जैन 24 सेमी, धार 23 सेमी, बांसवाड़ा, शाजापुर 21 सेमी और होशंगाबाद में 20 सेमी बारिश दर्ज्र की गई थी। केंद्रीय जल आयोग ने शनिवार को अपनी बाढ़ की स्थिति रिपोर्ट में चेतावनी दी कि पूर्वी मध्य प्रदेश, गुजरात, पूर्वी राजस्थान और छत्तीसगढ़ के कुछ हिस्सों में बाढ़ का खतरा अधिक है। रिपोर्ट में कहा गया है कि कोंकण क्षेत्र और गोवा में भी बाढ़ का मध्यम खतरा है।
मध्य प्रदेश के मध्य भागों में एक अच्छी तरह से चिह्नित कम दबाव वाला क्षेत्र है। अगले दो से तीन दिनों के दौरान यह पश्चिमी मध्य प्रदेश की ओर बढ़ने की संभावना है। मॉनसून सक्रिय है और अपनी सामान्य स्थिति के दक्षिण में है।
अगले दो से तीन दिनों में मध्य प्रदेश, विदर्भ, तेलंगाना, गुजरात, महाराष्ट्र और राजस्थान में व्यापक रूप से बहुत भारी बारिश की संभावना है। 22 और 23 अगस्त के दौरान पूर्वी राजस्थान और गुजरात में, और पश्चिमी मध्य प्रदेश में और उत्तर, मध्य महाराष्ट्र में 22 अगस्त को और सौराष्ट्र और कच्छ में 22 से 23 अगस्त तक अत्यधिक बारिश होने की संभावना है।
आईएमडी ने कहा, ‘बंगाल की उत्तर-पश्चिमी खाड़ी पर एक कम दबाव के क्षेत्र के बनने की संभावना के प्रभाव में 23 अगस्त से बारिश की गतिविधियां पूर्व और आसपास के मध्य भारत में बढ़ने की संभावना है। ओडिशा में 23 से 25 अगस्त तक भारी से बहुत भारी बारिश होने की संभावना है, 24 और 25 अगस्त को गंगीय पश्चिम बंगाल और 25 अगस्त को झारखंड में भारी बारिश की संभावना है।’