Technology Desk: टेक्नोलॉजी सेक्टर में जारी वैश्विक छंटनी का असर अब गेमिंग इंडस्ट्री पर भी दिखाई देने लगा है। हाल ही में माइक्रोसॉफ्ट ने अपने गेमिंग डिवीजन एक्सबॉक्स से 650 कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखा दिया है। यह जानकारी कंपनी के गेमिंग विभाग के प्रमुख फिल स्पेंसर द्वारा एक आंतरिक ज्ञापन में दी गई।
इन कर्मचारियों पर पड़ा सबसे ज्यादा असर?
रिपोर्ट्स के अनुसार, इस छंटनी का सबसे बड़ा असर कॉर्पोरेट और सहायक भूमिकाओं में काम करने वाले कर्मचारियों पर पड़ा है। माइक्रोसॉफ्ट ने 68.7 अरब डॉलर के एक्टिविजन ब्लिजार्ड के अधिग्रहण के बाद पुनर्गठन की प्रक्रिया शुरू की है, और यह छंटनी उसी प्रक्रिया का एक हिस्सा है।
गेमिंग सेक्टर में बढ़ती बेरोजगारी
जनवरी 2023 से जून 2024 के बीच, वीडियो गेम उद्योग में 22,250 से अधिक कर्मचारियों ने अपनी नौकरी खो दी है, स्टेटिस्टा के डेटा के अनुसार। यह संख्या इस इंडस्ट्री में बढ़ती अस्थिरता को दिखाती है।
वैश्विक स्तर पर छंटनी के आंकड़े
वैश्विक स्तर पर छंटनी पर नजर रखने वाली वेबसाइट लेऑफ्स के मुताबिक, इस साल 1 जनवरी से 12 सितंबर तक, 435 कंपनियों ने लगभग 1.36 लाख कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। अगस्त 2024 में इंटेल, आईबीएम और सिस्को जैसी बड़ी कंपनियों ने 27,000 से अधिक कर्मचारियों की छंटनी की।
भारत में भी छंटनी की तैयारी
भारत में भी यह संकट दस्तक दे रहा है। सैमसंग के छंटनी करने की खबरें आ रही हैं, जिससे भारत में 200 से अधिक कर्मचारियों की नौकरियां खतरे में हैं।