नई दिल्ली। देश में फैली कोरोना महामारी के कारण जेलों में बंद कैदियों को पेरोल पर रिहा कर दिया गया था। जिसके बाद ऐसे रिहा किए गए कैदियों को एक बार फिर अपराध के मामले में गिरफ्तार किया जाने लगा। ऐसे में मंगलवार को एक मामला सामने आया है जिसमें पेरोल पर रिहा हुए शख्स को हत्या के मामले में गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किया गया शख्स हत्या के मामले में पहले से उम्रकैद की सजा काट रहा था।
पुलिस ने बताया कि बीते मंगलवार की दक्षिण दिल्ली के तुगलकाबाद गांव में जुएं को लेकर हुए विवाद में विश्वजीत नाम के संदिग्ध ने हत्या की घटना को अंजाम दिया। पुलिस ने कहा कि विश्वजीत उन 4000 कैदियों में शामिल थे, जिन्हें विभिन्न जेलों से शहर में कोरोना महामारी को देखते हुए के विशेष पेरोल पर छोड़ा गया था। पुलिस ने विश्वजीत को एक चाकू के साथ गिरफ्तार किया है। माना जा रहा है कि यह वही चाकू है जिससे उसने घटना को अंजाम दिया है।
पुलिस के मुताबिक विश्वजीत के खिलाफ गोविंदपुरी पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया था, जिसमें वह पूर्व में डकैती के छह मामलों में शामिल था और एक दशक पुरानी हत्या के अलावा, शस्त्र अधिनियम के तहत अपराधों के लिए चितरंजन पार्क में मौजूद जेल में बंद था।
मामले की जांच कर रहे अधिकारियों ने कहा कि हत्या तुगलकाबाद गांव में मंगलवार सुबह लगभग 3 बजे हुई। उन्होंने बताया कि यह मामला पीड़ित विक्की गुप्ता, उसके भाई कुलदीप गुप्ता, विश्वजीत और उनके दोस्त राजा के साथ खेले जा रहे जुएं के दौरान हुआ. बताया जा रहा है कि पीड़ित ने जुएं में 70 हजार रुपए जीते जिसके बाद वहां आपस में विवाद शुरू हो गया और मामला बढ़ने पर विश्वजीत ने विक्की के सीने पर चाकुओं से वार कर घटना को अंजाम दिया गया। इसके बाद घायल को तुरंत सफदरजंग अस्पताल ले जाया गया जहाँ डॉक्टर्स ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने बताया कि विश्वजीत को गिरफ्तार कर मामले की जांच की जा रही है।