रायपुर. छत्तीसगढ मे कांग्रेस की सरकार बनने के बाद काम से ज्यादा बयानबाजी हो रही है. प्रदेश के केबिनेट मंत्री हों या फिर विधायक अपने-अपने वजन के हिसाब से विवादित बयान देकर सुर्खियां बटोर रहे हैं. इसी बीच नृत्य के सौखीन प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा ने अपने डांस से लोगो को लुभाने की कोशिश की है. इस बार श्री लखमा ने दंतेवाडा उप चुनाव मे वोटरो को लुभाने के लिए डांस किया है. तो इससे पहले तात्कालीन कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी के छत्तीसगढ दौरे के समय कवासी लखमा ने श्री गांधी के स्वागत मे डांस किया था और दोनो ही समय श्री कवासी के नृत्य कौशल का विडियो जमकर वायरल हुआ था. वैसे इस बार वो दंतेवाडा उप चुनाव मे सीएम भूपेश बघेल के पहुंचने से पहले मौजूद लोगो का मनोरंजन कराने के लिए डांस करते देखे गए हैं.
मांदर मतलब देशी ढोल की थाप मे थिरकने वाली प्रदेश के आबकारी मंत्री कवासी लखमा केवल अपने नृत्य कौशल के लिए चर्चित नहीं हैं. कभी-कभी वो बिन पढे शिक्षक भी बन जाते हैं. जैसे कुछ दिन पहले छत्तीसगढ के सुकमा मे मंत्री जी ने बच्चो को ऐसी शिक्षा दी की वो मिशाल बन गई. दरअसल मंत्री ने बच्चो से कहा था कि बड़ा नेता बनने के लिए छात्रो को SP कलेक्टर का कॉलर पकडना चाहिए. वैसे मंत्री कवासी लखमा कई बार अपने अंदाज मे पब्लिक प्लेस पर मादक प्रदार्थो का सेवन करते भी देखे जाते हैं. जिसके कई फोटो और वीडियो भी सोशल मीडिया मे वायरल है. और कभी कभी तो मंत्री जी डाक्टर की भूमिका मे भी नजर आते है. जैसे बीते एक अगस्त को मंत्री जी ने धमतरी मे भरी सभा मे पूर्व मंत्री अजय चंद्राकर के संदर्भ मे बात करते हुए लोगो को ये समझाया था कि पेट दर्द होने पर महुआ दारु पीओ पेट दर्द ठीक हो जाता है.
छत्तीसगढ प्रदेश के मंत्रियो मे ये एकलौते मंत्री नहीं है. जिन्होने विवादित बयान देकर अपना वजन दिखाने का प्रयास किया हो. बल्कि हाल ही मे प्रदेश के शिक्षा मंत्री प्रेमसाय ने तो अपने बैग चोरी होने पर देश के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी पर चोरी करवाने का आरोप लगाकर सुर्खिंया बटोरने का प्रयास किया था. तो आपने सुना कि शिक्षा मंत्री ने किस तरह अपने शिक्षित होने का परिचय दिया और बेबुनियादी आरोप लगा कर प्रधानमंत्री की किरकिरी करने का प्रयास किया. लेकिन छत्तीसगढ के शिक्षा मंत्री डां प्रेमसाय सिंह पर जब उन्ही के विधायक ने ट्रांसफर की दुकान खोलने का आरोप लगाया था. तब उनकी बोलती बंद हो गई थी. छत्तीसगढ सरकार के मंत्री और विधायक किस तरह काम मे कम और ऊल जलूल बयानबाजी पर ज्यादा मन लगा रहें है और अगर ऐसा ही चलता रहा तो फिर कांग्रेस आलाकमान को इन मंत्रियो को रिप्लेस करना ही होगा. नही तो इनकी बयानबाजी सरकार की किरकरी करवाती रहेगी.
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