
फटाफट डेस्क. अखिल भारतीय कांग्रेस के वरिष्ठ नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री मणिशंकर अय्यर एक बार फिर सुर्खियों में है. 84 वर्षीय मणिशंकर अय्यर का कहना है कि “मै पूरी तरह हाशिए हूं. यहां तक कि एआईसीसी कार्यालय का चपरासी भी एक कप चाय की पेशकश नहीं कर रहा है” जिसके बाद से 60 साल तक देश में सत्तासीन रही कांग्रेस पार्टी में हड़कंप मच गया है. उनका यह बयान सियासी गलियारों में सुर्खियां बटोर रही है.
साल 2014 में वरिष्ठ कांग्रेस नेता मणिशंकर अय्यर ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को लेकर टिप्पणी की थी. उन्होंने कहा था कि, मोदी कभी पीएम नहीं बनेंगे. कभी नहीं_कभी नहीं_अगर वह (नरेंद्र मोदी) एआईसीसी कार्यालय में चाय बेचना चाहता है, तो हम ऐसा सोच सकते है.
देश की सबसे प्रतिष्ठित सेवा भारतीय विदेश सेवा से इस्तीफा देकर राजनीति में आये मणिशंकर अय्यर का सितारा उस दौरान बुलंदियों पर वह दौर था प्रधानमंत्री राजीव गांधी का. मणिशंकर अय्यर को प्रधानमंत्री राजीव गांधी के करीबी होने का लाभ भी मिला. वे कांग्रेस संगठन के विभिन्न पदों पर रहे. मई 2004 से जनवरी 2006 तक मणिशंकर अय्यर प्राकृतिक गैस मंत्री रहे. जिसके बाद 2009 तक पंचायती राज मंत्री भी रहे. जिसके बाद उन्हें अपने संसदीय क्षेत्र से हार का सामना करना पड़ा.
बहरहाल, गुटबाजी में बटी कांग्रेस पार्टी एकजुट होने का लाख दावा करते रहती है, लेकिन खुद कांग्रेस पार्टी के बड़े नेता पार्टी के दावों की पोल खोल कर रख देते है.