Home Remedies For Uric Acid, Health Tips: लाइफस्टाइल डिजीज में हाई यूरिक एसिड की समस्या लोगों में काफी तेजी से बढ़ रही है। इसका कारण गलत खानपान और खराब जीवनशैली को माना जाता है। दरअसल, यूरिक एसिड एक ऐसा अपशिष्ट पदार्थ होता है, जो सभी के शरीर में मौजूद होता है। यूरिक एसिड प्यूरीन नाम के केमिकल के टूटने से बनता है। वैसे तो किडनी यूरिक एसिड को पेशाब से निकाल देती है। लेकिन जब किडनी फंक्शन में कोई कमी आने लगे या फिर यूरिक एसिड की मात्रा बहुत ज्यादा बनने लगे तो ये जोड़ों में क्रिस्टल के रूप में जमा होने लगता है। जिससे जोड़ों में दर्द, सूजन और चलने-फिरने में परेशानी होती है।
यूरिक एसिड को कंट्रोल करने के लिए आप डाइट में बदलाव के साथ कुछ घरेलू उपाय अपना सकते हैं। यूरिक एसिड बढ़ने पर रोज सुबह खाली पेट लहसुन की दो कली खाने से काफी राहत मिलेगी। जी हां, लहसुन खाने से बढ़े हुए यूरिक एसिड को कंट्रोल किया जा सकता है। जानिए हाई यूरिक एसिड में लहसुन कितना फायदेमंद है और इसका सेवन कैसे करें?
यूरिक एसिड में लहसुन के फायदे
हाई यूरिक एसिड के मरीज के लिए लहसुन का सेवन फायदेमंद साबित हो सकता है। लहसुन खाने से शरीर में यूरिक एसिड के स्तर को कम किया जा सकता है। लहसुन में भरपूर एंटीऑक्सीडेंट्स पाए जाते हैं जो ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस को कम करते हैं और यूरिक एसिड को कंट्रोल करने में मदद करते हैं। लहसुन में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण भी होते हैं जिससे सूजन कम होती है और जोड़ों के दर्द में राहत मिलती है। रोजाना लहसुन खाने से पाचन तंत्र दुरुस्त होता है। लहसुन खाने से बॉडी डिटॉक्स होती है और ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल नॉर्मल रहता है। लहसुन में एलिसिन एक कंपाउंड होता है जो यूरिक एसिड को कम करता है। अर्थराइटिस और गठिया के रोगियों के लिए भी लहसुन फायदेमंद है।
हाई यूरिक एसिड में कैसे खाएं लहसुन?
वैसे तो आप लहसुन को किसी भी रूप में अपनी डाइट में शामिल कर सकते हैं। लेकिन यूरिक एसिड के मरीज को सुबह खाली पेट कच्चा लहसुन खाने से ज्यादा फायदा मिलता है। आप लहसुन की दो कली छील लें और सुबह गुनगुने पानी के साथ चबाकर खा लें। आप चाहें तो चाय के साथ भी लहसुन खा सकते हैं। आपको नियमित रूप से कुछ दिनों तक लहसुन खाना है। इससे यूरिक एसिड असरदार तरीके से कंट्रोल होने लगेगा। साथ ही लहसुन खाने से आपका ब्लड प्रेशर भी काबू में रहेगा और कोलेस्ट्रॉल भी कम होगा।
(ये आर्टिकल सामान्य जानकारी के लिए है, किसी भी उपाय को अपनाने से पहले डॉक्टर से परामर्श अवश्य लें)