UPI Transaction: UPI ऑनलाइन पेमेंट करने का सबसे आसान तरीका है। रोजाना करोड़ों लोग इसका इस्तेमाल करते हैं। आज के समय में यह काफी पॉपुलर भी हो रहा है। नेशनल पेमेंट कॉर्पोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) के मुताबिक UPI ने अक्टूबर 2024 में 16.58 अरब ट्रांजैक्शन दर्ज किए, जो साल-दर-साल 45% की वृद्धि है। यह त्योहारी सीजन के दौरान हुई तेजी के कारण हुआ है। इस महीने में 23.5 लाख करोड़ रुपये के लेनदेन हुए, जो साल-दर-साल 34% की वृद्धि है।
30 अक्टूबर को हुए सबसे ज्यादा UPI ट्रांजैक्शन
पिछले महीने ही UPI ने 15 अरब ट्रांजैक्शन का आंकड़ा पार किया था। पिछले महीने रोजाना औसतन 50 करोड़ के लेनदेन हुए थे। अक्टूबर में यह संख्या बढ़कर 53.5 करोड़ हो गई। 30 अक्टूबर को धनतेरस के दिन 54.6 करोड़ UPI ट्रांजैक्शन हुए, जो एक दिन में सबसे ज्यादा ट्रांजैक्शंस का रिकॉर्ड है।
NPCI द्वारा संचालित अन्य पेमेंट मोड्स में Fastag ने अक्टूबर में 34.5 करोड़ ट्रांजैक्शन किए, जो साल-दर-साल 8% की वृद्धि है। फास्टैग एक ओटोमेटेड टोल पेमेंट सिस्टम है। दिलचस्प बात यह है कि बैंक आधारित रिटेल फंड ट्रांसफर मैकेनिज्म IMPS (इमीडिएट पेमेंट सर्विस) में साल-दर-साल 5% की गिरावट देखी गई, अक्टूबर में 46.7 करोड़ ट्रांजैक्शन को रिपोर्ट किया गया। यह सितंबर की तुलना में ज्यादा था। सितंबर में 43 करोड़ लेनदेन किए गए थे।
सड़के किनारे दुकानों से लेकर मॉल्स तक UPI का इस्तेमाल
UPI देश में कम छोटे पेमेंट करने के लिए भी पॉपुलर हो रहा है। सड़क किनारे लगी दुकानों से लेकर बड़े-बड़े मॉल्स और स्टोर्स पर भी पेमेंट के लिए यूपीआई का इस्तेमाल किया जाता है। यह ज्यादा से ज्यादा बैंक इकोसिस्टम में शामिल हो रहा है। NPCI के आंकड़ों से पता चलता है कि सितंबर तक 622 बैंक पेमेंट नेटवर्क पर लाइव हैं, जो एक साल पहले 492 से ज्यादा हैं।