धूल से परेशान नगरवासियों ने डामरीकरण की मांग कर एसडीएम को सौंपा ज्ञापन, डामरीकरण नहीं होने पर दी आंदोलन की चेतावनी

अम्बिकापुर..(सीतापुर/अनिल उपाध्याय)..सरगुजा जिले के सीतापुर नगर के लिए अभिशाप बने नेशनल हाईवे की धूल से परेशान नगरवासियों ने धूल से निजात दिलाने एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। स्थानीय विश्राम गृह में बैठक के बाद नगरवासी रैली की शक्ल में एसडीएम कार्यालय पहुँचे। जहाँ सालों से धूल फांक रहे। नगरवासियों ने सड़क पर डामरीकरण की मांग करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा। धूल से परेशान नगरवासियों ने प्रशासन से 48 घँटे के अंदर डामरीकरण कराने की मांग की है। इस अवधि में डामरीकरण नही होने पर मजबूर नगरवासी चक्काजाम कर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे।      

गौरतलब है कि नगर को दो भागों में विभाजित करने वाली कटनी गुमला नेशनल हाईवे क्र-43 नगरवासियों के लिए अभिशाप बन गई है। विगत एक दशक से लोग इस जर्जर सड़क की वजह से धूल खा खाकर परेशान हो चुके है। इस दौरान शहरवासीयो ने इससे निजात दिलाने कई बार चक्काजाम किया। जिसकी वजह से उन पर एफआईआर भी दर्ज हुआ और उन्हें कोर्ट कचहरी का भी सामना करना पड़ा। इसके बाद भी इस सड़क की माली हालत जस की तस बनी रही। विभागीय अधिकारियों ने मरम्मत के नाम पर केवल थूक पॉलिश कराया।

अधिकारियों के लिए दुधारू गाय बन चुके इस सड़क पर मरम्मत के नाम पर विभाग ने लाखों खर्च कर दिए। पर नगरवासियों को अभिशप्त हो चुके इस सड़क से निजात दिलाने कभी ठोस पहल नहीं की। बल्कि बारिश के दिनों में उस पर बड़े आकार के बोल्डर डालकर सड़क को और जानलेवा बना दिया। जिसकी वजह से सड़क की हालत काफी खतरनाक हो गई है। जिसका खामियाजा दुर्घटना और धूल के रूप में जनता को भुगतना पड़ रहा है। बारिश के दिनों में धूल से राहत थी पर गड्ढों ने काफी परेशान किया था।

अब सूखे में गड्ढे से राहत है पर धूल जान ले ले रही है। जिसके कारण इन दिनों सड़क पर चलना जान जोखिम में डालने जैसा है। क्योंकि भारी वाहन के गुजरते ही सड़क पर धूल का ऐसा गुब्बार उठता है। जिसकी वजह से आँखे बंद हो जाती है और सामने देख पाना मुश्किल हो जाता है। इस दौरान चुपचाप किनारे खड़े होने में ही समझदारी है। क्योंकि थोड़ी भी लापरवाही राहगीरों के लिए जानलेवा साबित हो सकती है। मौजूदा समय मे नगर की स्थिति धूल की वजह से इतनी दूषित हो गई है कि लोग घरों से बाहर निकलना नही चाहते है।

विगत एक दशक से सड़क की धूल फांक रहे व्यापारी एवं आम लोगों का धैर्य अब जवाब दे चुका है। इससे निजात पाने स्थानीय विश्राम गृह में बैठक आयोजित की गई। जिसमें व्यापारी समेत काफी संख्या नगरवासियों शामिल हुए। बैठक के दौरान सड़क पर चर्चा के बाद लोग रैली की शक्ल में एसडीएम कार्यालय पहुँचे। जहाँ उन्होंने धूल धूसरित सड़क पर डामरीकरण की मांग करते हुए एसडीएम को ज्ञापन सौंपा।

ज्ञापन में 48 घंटे के अंदर सड़क में डामरीकरण कराने की मांग की गई है। इस अवधि में डामरीकरण शुरू नहीं होने पर मजबूर नगरवासी, व्यापारी एवं युवक कांग्रेस आंदोलन कर अपना विरोध प्रदर्शन करेंगे। ज्ञापन सौंपने के दौरान नगर पंचायत अध्यक्ष प्रेमदान कुजूर, राधेश्याम अग्रवाल, टीटू, मोहन अग्रवाल, अजय अग्रवाल, युंका अध्यक्ष मंटू गुप्ता, पंकज दुबे, बदरुद्दीन इराकी, विष्णु अग्रवाल, रवि गोयल, दिलेश तिग्गा, राहुल गुप्ता, जुगनू जायसवाल, टिल्लू मियां, शंकर गुप्ता समेत काफी संख्या में नगरवासी एवं युंका पदाधिकारी मौजूद थे।