पटना/बिहार. बिहार के एक शराब माफिया की चौंकाने वाली कहानी सामने आई है. बिहार पुलिस की मद्यनिषेध इकाई ने पश्चिम बंगाल के रहने वाले अंतरराज्यीय शराब माफिया समर घोष को बुधवार की रात पूर्णिया से गिरफ्तार किया. गिरफ्तारी के बाद कई राज खुले हैं. जिनमें उसकी कथित प्रेम कहानी से सब हैरान हैं. पुलिस की पकड़ में आने के बाद खुलासा हुआ है कि महज दसवीं तक पढ़ा समर घोष पहले सब्जी बेचता था. हालांकि पकड़े जाने से पहले उसके पास इतना पैसा था कि वो हवाई जहाज के बिजनेस क्लास में सफर करता था और जमकर पैसे बहाता था.
रिपोर्ट्स के मुताबिक समर ने एक साल में पचास बार सिलीगुड़ी के बागडोगरा हवाई अड्डे से दिल्ली तक बिजनेस क्लास में हवाई यात्रा की. कहा जा रहा है कि उसका बिजनेस क्लास में सफर करने का मकसद एयर होस्टेस को पटाना था. रिपोर्ट्स की मानें तो वो अपने इस मकसद में कामयाब भी रहा. जागरण की रिपोर्ट के मुताबिक, यूपी के बुलंदशहर की रहने वाली सोनिया नामक एयर होस्टेस के साथ शराब तस्कर समर घोष ने शादी भी कर ली. समर ने एयर होस्टेस गर्लफ्रेंड पर इस कदर पैसे उड़ाए कि वो इसकी दीवानी हो गई और अंत में दोनों ने शादी कर ली. समर घोष के पिता सुकुमार घोष बंगाल के इस्लामपुर में जल संसाधन विभाग में चतुर्थ वर्गींय कर्मचारी हैं. हालांकि समर ने घरवालों को भी शराब तस्करी के धंधे की भनक नहीं लगने दी थी.
खबर के मुताबिक, जिस दिन उसकी गर्लफ्रेंड फ्लाइट पर ड्यूटी पर रहती थी वह उस दिन मुंहमागी रकम देकर बिजनेस क्लास की टिकट खरीदता था. 2019 से शुरू हुआ बिजनेस क्लास में उसका हवाई सफर 2020 तक तब तक जारी रहा जब तक दोनों ने शादी नहीं कर ली. ये भी खुलासा हुआ है कि वह एयर होस्टेस को पटाने के लिए टिप के तौर बड़ी रकम दिया करता था.
समर घोष पर बिहार में शराब की बड़ी खेप भेजने से संबंधित आठ मामले विभिन्न जिलों में दर्ज हैं. फिलहाल समर घोष से पूछताछ जारी है. संभावना है कि शराब तस्करी के कई अन्य मामलों में उसकी संलिप्तता सामने आ सकती है. गिरफ्त में आया समर घोष पश्चिम बंगाल के उत्तर दिजनापुर स्थित रटहर दानीगाछी हउसा का रहनेवाला है. वह दालकोला और उसके आसपास के जिलों में शराब माफियाओं को संरक्षण भी देता था. पूछताछ में पता चला कि पश्चिम बंगाल में विभिन्न लोगों के साथ मिलकर इसने शराब का अवैध कारोबार करने के लिए एक सिंडिकेट बना रखा था.
समर घोष बड़ा शराब माफिया है. बिहार के पूर्णिया, अररिया, सुपौल, समस्तीपुर, दरभंगा और कटिहार समेत अन्य जिलों में ट्रक या पिकअप के जरिए झारखंड के रास्ते बिहार में शराब भेजता था. इसके खिलाफ इन जिलों में शराब तस्करी से जुड़े 8 मामले दर्ज हैं. सभी मामले बीते वर्ष 2021 में दर्ज हुए थे. इसके अलावा अन्य कांडों में भी इसकी संलिप्तता हो सकती है. समर घोष पश्चिम बंगाल के साथ झारखंड, उत्तर पूर्व के राज्यों तक से शराब की तस्करी कर उसे बिहार पहुंचाता रहा है. इसकी गिरफ्तारी बिहार पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी. मद्यनिषेध इकाई का मानना है कि समर घोष का पकड़ा जाना बड़ी सफलता है. इससे शराब तस्करी के एक बड़े सिंडिकेट पर लगाम लगेगी.