लखनऊ. लखनऊ में सुबह टिकटॉक पर हॉरर वीडियो बना रहे चार दोस्तों को पुलिस ने गिरफतार कर लिया. वह लोग पार्क में हॉरर मास्क पहनकर वीडियो बना रहे थे. इस वजह से कई लोग डर गए. सूचना पर पहुंची पुलिस ने चारों युवकों को सार्वजनिक स्थान पर दहशत फैलाने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया. टिकटॉक वीडियो पर लंबे समय से छिड़े विवाद के बीच लखनऊ में कार्रवाई का यह पहला मामला है.
इंस्पेक्टर आशियाना संजय राय ने बताया कि शारदानगर के रजनीखण्ड में रहने वाले मोनू यादव और सोनू यादव सगे भाई हैं. दोनों पर टिकटॉक वीडियो बनाने का खुमार चढ़ा है.. और वह लोग अक्सर नये-नये वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड किया करते हैं. सुबह पांच बजे वह दोनों अपने दोस्तों अनूप और अमित के साथ टिकटॉक वीडियो बनाने के लिए रतनखण्ड स्थित पार्क में पहुंचे.
वहां उन लोगों ने हॉरर फेस मास्क पहनकर पहले एक-दूसरे को डराते हुए वीडियो बनाया. इसके बाद चारों को शरारत सूझी और उन लोगों ने पार्क में मॉर्निंग वॉक करने आए लोगों को डराते हुए वीडियो बनाना शुरू कर दिया. हॉरर मास्क पहने युवकों के अचानक सामने आने पर मॉर्निंग वॉकर्स सहम कर भागने-दौड़ने लगे.
दंपति ने पुलिस को दी सूचना
इस बीच स्थानीय निवासी एक बुजुर्ग दंपति भी पार्क में टहलने पहुंचे थे. आरोपियों ने हॉरर मास्क का इस्तेमाल करते हुए उन्हें भी डरा दिया. आरोपियों की इस हरकत से बुजुर्ग दंपति इस कदर सहम गए कि उनकी धड़कनें बढ़ गईं. वे दोनों शोर मचाते हुए बेतहाशा भागे और गिरते-गिरते बचे. पार्क में मौजूद अन्य लोगों ने दंपति को संभाला और उन्हें सच्चाई से अवगत कराया. इस पर दंपति ने आरोपी युवकों को फटकार लगाने के साथ ही पुलिस को सूचना दे दी.
सॉरी सर, अब नहीं बनाएंगे टिकटॉक
मौके पर पहुंची आशियाना पुलिस सोनू, मोनू, अमित और अनूप को पकड़ कर थाने ले आई. हवालात की हवा खाते ही टिकटॉक वीडियो बनाने का उनका बुखार उतर गया. उन्होंने अपनी गलती मानते हुए आइंदा से ऐसी हरकत न करने की बात कही. इस बीच उनके परिवारीजन भी थाने पहुंच गए. अभिभावकों ने अपने बच्चों की इस हरकत को मामूली बताते हुए उन्हें छोड़ने के लिए कहा.. लेकिन, पुलिस ने मामले को गंभीरता से लेते हुए कोई ढील नहीं बरती. इंस्पेक्टर ने बताया कि सार्वजनिक स्थल पर दहशत फैलाने के आरोप में चारों युवकों का चालान करते हुए उन्हें गिरफ्तार किया गया है.