
नई दिल्ली। आज पूरी दुनिया सिर्फ जनसंख्या विस्फोट से ही नहीं, बल्कि उससे जुड़ी एक और खतरनाक चुनौती से जूझ रही है। घातक बीमारियों की बढ़ती रफ्तार। संयुक्त राष्ट्र की रिपोर्ट के मुताबिक, साल 2025 में भारत की आबादी 1.46 अरब तक पहुंच जाएगी और इसी के साथ भारत दुनिया का सबसे अधिक आबादी वाला देश बन चुका होगा। लेकिन इस बढ़ती आबादी के बीच जो खतरा तेजी से पनप रहा है, वह है जानलेवा बीमारियों का साया, खासकर दिल की बीमारियां, डायबिटीज, कैंसर, और टीबी जैसी गंभीर समस्याएं।
दिल बना मौत की सबसे बड़ी वजह
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) की रिपोर्ट बेहद चौंकाने वाली है। 2021 के आंकड़ों के मुताबिक, दुनिया भर में सबसे ज्यादा मौतें इस्केमिक हार्ट डिजीज और स्ट्रोक जैसी हृदय संबंधी समस्याओं से हो रही हैं। 39 मिलियन लोगों की मौतें सिर्फ हार्ट डिजीज से हुईं, जो कुल वैश्विक मौतों का 57% है।
असंतुलित खानपान, तनाव, धूम्रपान और शारीरिक गतिविधियों की कमी जैसे कारणों से हृदय रोग हर आयु वर्ग में फैल रहा है।
इन बीमारियों से भी घिर रही है दुनिया
WHO ने ऐसी 10 प्रमुख बीमारियों की सूची जारी की है जो वैश्विक स्तर पर लोगों की जान ले रही हैं–
1. क्रोनिक ऑब्सट्रक्टिव पल्मोनरी डिजीज (COPD)
2. लोअर रेस्पिरेटरी ट्रैक्ट इंफेक्शन
3. फेफड़ों, ट्रेकिआ और ब्रोन्कस के कैंसर
4. डायबिटीज (मधुमेह)
5. अल्जाइमर और डिमेंशिया
6. किडनी से जुड़ी बीमारियां
7. तपेदिक (टीबी)
इन सभी बीमारियों की जड़ में कहीं न कहीं गलत जीवनशैली और प्रदूषण, मानसिक तनाव और खराब खानपान हैं।
डायबिटीज बना युवाओं का नया दुश्मन
एक दौर था जब डायबिटीज को सिर्फ बुजुर्गों की बीमारी माना जाता था, लेकिन अब युवा और किशोर भी इसकी चपेट में आ रहे हैं। जंक फूड, मीठे पेय और स्क्रीन टाइम की अधिकता ने युवाओं को मोटापा और टाइप 2 डायबिटीज की ओर धकेल दिया है।
बढ़ती उम्र के साथ अल्जाइमर का खतरा
अल्जाइमर और डिमेंशिया जैसी न्यूरोलॉजिकल बीमारियां भी तेजी से बढ़ रही हैं। याददाश्त कमजोर पड़ना, भ्रम की स्थिति और सोचने-समझने की शक्ति में कमी। इन लक्षणों के साथ ये रोग बड़ी चुनौती बन चुके हैं।
क्या करें? – बचाव ही सबसे बड़ा इलाज
– रोजाना 30 मिनट की एक्सरसाइज
– संतुलित और पौष्टिक आहार का सेवन
– तनाव को नियंत्रित करने की आदत
– नियमित हेल्थ चेकअप
– डॉक्टर की सलाह से समय पर दवा और इलाज
(नोट: इस लेख में दी गई जानकारी सामान्य जनहित में दी गई है। किसी भी तरह की स्वास्थ्य समस्या के लिए अपने डॉक्टर की सलाह अवश्य लें। “फटाफट न्यूज” किसी भी दावे की पुष्टि नहीं करता।)