झारखंड के रांची पुलिस ने एक फर्जी IAS युवती को शुक्रवार को गिरफ्तार किया है। पुलिस द्वारा पकड़ी गई 24 वर्षीय फर्जी आइएएस का नाम मोनिका है। जो खुद को 2020 बैच की आइएएस अधिकारी बताकर पॉश इलाके में किराए के मकान में रह रही थी।
जानकारी के अनुसार 20 से 25 दिन पहले मोनिका रांची शिफ्ट हुई थी। उसने किराए पर एक मकान लिया। मकान मालिक और पड़ोसियों को उसने बताया था कि असिस्टेंट कलेक्टर के रूप में वह जमशेदपुर में पदस्थ है। लेकिन मकान मालिक को उसकी गतिविधियां संदिग्ध लगीं। तो मकान मालिक ने इसकी सूचना पुलिस को दी गई। इसके बाद अरगोड़ा थाने की पुलिस मौके पर पहुंची और मोनिका को हिरासत में लेकर पूछताछ की तो मामले का खुलासा हुआ।पुलिस ने मोनिका के खिलाफ केस दर्ज की है। मोनिका के पिता शेषमणि कटनी में हेडमास्टर हैैं जबकि मां सरकारी विभाग में क्लर्क हैं।
पुलिस के मुताबिक मोनिका दिल्ली के एक कोचिंग सेंटर से IAS की तैयारी कर रही थी। रिश्तेदारों पर रौब जमाने के लिए उसने ऐसा किया। हालांकि पुलिस उसकी मंशा की गहराई से जांच कर रही है। पुलिस का कहना है कि फिलहाल ठगी का कोई मामला सामने नहीं आया है, लेकिन मामले की जांच की जा रही है।
पुलिस ने मोनिका के पास से नाम के साथ आइइएस लिखा बोर्ड, झारखंड सरकार का फर्जी लोगो, डिप्टी कलेक्टर का फर्जी लेटर पैड बरामद किया गया है। दिल्ली स्थित झारखंड भवन में कमरा बुक कराने के लिए चीफ सेक्रेटरी के नाम से लिखा हुआ पत्र बरामद किया गया है। मोनिका ने आइएएस अधिकारी का फर्जी आइकार्ड भी बनवा रखा था। जिसे पुलिस के पहुंचते ही नष्ट कर दिया। मोनिका ने पुलिस को बताया कि उसने अपने साथ रिटायर्ड आर्मी जवान शशि उरांव को बॉडीगार्ड के रूप में रखा था। जबकि कोकर आदर्श नगर निवासी राकेश कुमार को ड्राइवर के रूप में। जबकि नगड़ी निवासी राधा देवी को रसोइया के रूप में अपने घर में रख रही थी। इन तीनों ने बताया कि उन्हें मैडम ने यही बताया था कि वे आइएएस हैं। पुलिस दो दिनों से मोनिका पर निगरानी कर रही थी।