फटाफट डेस्क.. छत्तीसगढ़ मे पिछले दो महीनों से राजनैतिक ड्रामा हो रहा है.. उस ड्रामे के बीच सत्तारूढ़ नेताओं के बदलते बनते बॉडी लैंग्वेज और पल पल बदलती संभावनाएं को देखकर आम लोग भी अब मजा लेने लगे हैं. चाय की दुकान से शराब की महफ़िल तक हर जगह छत्तीसगढ़ मे सत्ता परिवर्तन की बात करके लोग .. कांग्रेस आलाकमान की बुद्धिमानी का आंकलन करने तक करने लगे है. ऐसे मे प्रदेश के मुख्यमंत्री के खिसियाहट भरे बयान और सीएम इन वेटिंग के शालीन और सुलझे बयान के साथ उनका फेस एक्सप्रेशन… संभावनाओं और हवा हवाई बातों को जमीन देने का काम कर रहे हैं!
छत्तीसगढ़ के सीएम भूपेश बघेल ने पहले राजनैतिक हलचल के बीच कहा कि विधायक है स्वतंत्र है दिल्ली गए हैं तो घूमकर आ जाएगें. उसको राजनैतिक चश्मे से नहीं देखा जाना चाहिए… उसके बाद कुछ घंटे पहले सत्ता हस्तांतरण की संभावना के बीच उन्होंने कहा कि “छत्तीसगढ़ छत्तीसगढ़ रहेगा पंजाब नहीं बन सकता है” वैसे मुख्यमंत्री की इन बातों मे ना ही आलाकमान के कथित फैसले के पक्ष मे संतोष झलक रहा है.. और ना ही मनःस्थिति संतुलित नजर आ रही है..
हालांकि इसी बीच एक राष्ट्रीय न्यूज चैनल को इंटरव्यू देते हुए छत्तीसगढ़ के सीएम इन वेटिंग टी एस सिंहदेव फुल कॉन्फिडेंस मे नजर आ रहे है.. टीव्ही पत्रकार को इंटरव्यू देते हुए सिंहदेव ने कहा कि “इस परिवेश मे छत्तीसगढ़ के 90 विधायकों मे 70 के 70 विधायकों की एक राय है कि जो आलाकमान कहेगा वो सबको मान्य है.. ऐसे मे कोई संसय और ऊहापोह की स्थिति नहीं है.. और जैसे ही हाईकमान से डायरेक्शन मिलेगा सभी पालन करेंगें.. दूसरी तरफ पंजाब के संदर्भ मे उन्होंने कहा कि वहां स्थिति सामान्य हो गई है.”
“भूपेश भाई” और “बाबा साहब” के बीच चल रहे वैचारिक मतभेद के बीच प्रदेश और सत्ता की स्थिति कितनी सामान्य है. ये खासकर छत्तीसगढ़ प्रदेश की जनता बेहतर ढंग से समझने लगी है. पर इसी बीच विपक्षी दल भाजपा के नेताओं ने भी विपक्ष का धर्म निभाया है .. और प्रदेश के कामधाम से अलग सत्ताई रस्साकशी मे उलझे कांग्रेस नेताओं पर पूर्व मुख्यमंत्री डॉ रमन सिंह ने ट्विटर वार किया है.जिसमे उन्होंने कहा कि “कांग्रेस का कॉमेडी सर्कस” जारी है.. नीचे ट्वीट देखिए..