नई दिल्ली। कोरोना वायरस महामारी एक बार फिर सिर उठा रही है। देश में एक्टिव केस की संख्या घटकर 12 फरवरी को करीब 1.36 लाख हो गई थी, लेकिन उसके बाद से इसमें लगातार बढ़ोतरी दर्ज की गई। 10 मार्च को एक्टिव केस की संख्या बढ़कर 1.80 लाख को पार कर गई। ऐसे में विशेषज्ञ अब दूसरी लहर का अंदेशा जता रहे हैं।
केंद्र सरकार के आंकड़े बताते हैं कि 11 मार्च की सुबह तक 24 घंटे में 22,854 नए केस सामने आए। इनमें 85.91% नए केस छह राज्यों में थे। 60% अकेले महाराष्ट्र में सामने आए, जहां 13,659 नए केस सामने आए हैं। इसके बाद केरल (2,475), पंजाब (1,393), कर्नाटक (760), गुजरात (675) और तमिलनाडु (671) में नए केस मिले हैं। केंद्र सरकार ने कहा है कि देश के 10 कोरोना प्रभावित जिलों में से 8 महाराष्ट्र में हैं। पुणे नए केस के मामले में टॉप पर है। वहीं, नागपुर, ठाणे, मुंबई, अमरावती, जलगांव, नासिक और औरंगाबाद में भी सबसे ज्यादा केस सामने आए हैं।
इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च के डायरेक्टर जनरल बलराम भार्गव ने कहा कि महाराष्ट्र में सबसे ज्यादा चिंतित करने वाला ट्रेंड सामने आया है। वहां कोई नए स्ट्रेन नहीं मिले हैं। महाराष्ट्र में बढ़ते मामले बताते हैं कि सोशल डिस्टेंसिंग और मास्क पहनने जैसे नियमों को लोगों ने भुला दिया है। इसके अलावा मध्यप्रदेश, गुजरात, पंजाब और हरियाणा में भी नए केस तेजी से बढ़े हैं।
महाराष्ट्र में 7 अक्टूबर के बाद सबसे ज्यादा केस
कोरोना वायरस की दूसरी लहर का सबसे ज्यादा असर महाराष्ट्र में दिख रहा है। 11 मार्च की सुबह 8 बजे तक 24 घंटे में 22,854 नए केस सामने आए। इसमें 60% केसेज अकेले महाराष्ट्र ( 13,659) में सामने आए। यह 7 अक्टूबर के बाद सबसे बड़ा आंकड़ा है। तब 14,578 केस आए थे। करीब 15 दिन पहले तक यहां 5-6 हजार केस आ रहे थे।
राज्य के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने संकेत दिए हैं कि राज्य में सख्त लॉकडाउन लगाया जा सकता है। नागपुर में 15 से 21 मार्च तक पूरी तरह लॉकडाउन रहेगा। इसी तरह औरंगाबाद जिले में 12 मार्च से 4 अप्रैल तक आंशिक लॉकडाउन रहेगा। यानी वीकेंड्स पर सख्त लॉकडाउन रहेगा। ठाणे में 15 मार्च से ग्रामीण क्षेत्रों में स्कूल बंद हो गए हैं। कल्याण-डोंबिवली में सुबह 7 बजे से शाम 7 बजे तक ही दुकानें खुलेंगी। जालना में 31 मार्च तक शादी-ब्याह में 20 से ज्यादा लोगों की अनुमति नहीं है। इसके अलावा पुणे, नासिक जैसे शहरों में नाइट कर्फ्यू लागू है। जलगांव में भी 11 मार्च रात 8 बजे से 15 मार्च की सुबह 8 बजे तक जनता कर्फ्यू लगाया गया है। इससे पहले अमरावती में 15 दिनों का लॉकडाउन लगा था।
मध्यप्रदेश : भोपाल, इंदौर समेत कुछ जिलों में नाइट कर्फ्यू लग सकता है
पिछले महीने की तुलना में मार्च में मध्यप्रदेश में नए केस बढ़ने लगे हैं। इसके बाद कई स्तरों पर नाइट कप! की मांग हो रही है। मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने कोरोना के बढ़ते मामलों पर चर्चा के लिए मीटिंग भी बुलाई थी। इंदौर और भोपाल में जिला स्तर पर नाइट कर्फ्यू लगाने की बात हो रही है। आने वाले दिनों में इस पर फैसला हो सकता है।
पंजाब में चार जिलों में नाइट कप! आज से पटियाला में भी सख्ती
पंजाब में कोरोना के नए मामलों की संख्या 11 दिन में दोगुनी हो गई है। इसके बाद एहतियात रखते हुए राज्य सरकार ने जालंधर, एसबीएस नगर, होशियारपुर और कपूरथला में तो पहले से नाइट कर्फ्यू लगा दिया था। अब पटियाला में भी 12 मार्च से नाइट कर्फ्यू के आदेश हो गए हैं। इस दौरान आवश्यक और आपातकालीन सेवाओं को ही छूट दी जाएगी।
गुजरात : दो महीने में सबसे ज्यादा नए केस
गुजरात में नए केस ने दो महीने का रिकॉर्ड तोड़ दिया है। जनवरी और फरवरी में 400 से कम केस सामने आ रहे थे। मार्च में एक भी दिन ऐसा नहीं बीता, जब 400 से कम केस आए हों। 11 मार्च को 675 केस सामने आए, जो दो महीने में सबसे ज्यादा है। गुजरात हाईकोर्ट ने एक दिन पहले ही कहा था कि अगर लोग कोविड-19 प्रोटोकॉल का पालन नहीं करते हैं तो लॉकडाउन का सामना करना होगा।
हरियाणा : स्कूल खुलने के बाद बढ़ते चले गए नए केस
हरियाणा में 24 फरवरी से स्कूल खोलने का फैसला लिया गया था। इसके बाद से लगातार नए केस बढ़ रहे हैं। एक से 11 मार्च के बीच ही नए केस मिलने की रफ्तार दोगुनी हो गई है। इसमें भी ज्यादातर केस गुड़गांव में सामने आए हैं।
दुनियाभर के 40 से ज्यादा देशों में कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद लॉकडाउन लगाने पड़े। इंग्लैंड जैसे कुछ देश तो तीन बार लॉकडाउन लगा चुके हैं। हाल ही में लंदन में कुछ पाबंदियों को हटाया गया था। स्काई न्यूज का एनालिसिस कहता है कि यूरोप के करीब दो-तिहाई देशों में कोरोना वायरस के नए केस तेजी से बढ़ रहे हैं। जर्मनी में गुरुवार को 14,356 केस सामने आए। यह 4 फरवरी के बाद सबसे ज्यादा हैं। डिजीज कंट्रोल एजेंसी के चीफ रॉबर्ट वाइलर का कहना है कि नए केसेज में बढ़ोतरी का मतलब यूरोप की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था में कोरोना के तीसरी लहर की शुरुआत हो गई है।
ब्राजील में एक दिन में कोरोना की वजह से होने वाली मौतों का रिकॉर्ड बना है। 24 घंटों में 2,286 लोगों की मौत हुई है। नए इंफेक्शन 79,876 हुए और इसे मिलाकर अब तक 1.12 करोड़ केस सामने आ चुके हैं। मौतों के मामले में ब्राजील 2,70,656 मौतों के साथ यूनाइटेड स्टेट्स के बाद दूसरे नंबर पर है। तुर्की में 14,556 केस सामने आए हैं, जो इस साल में अब तक सबसे ज्यादा है।