नई दिल्ली
सियाचिन हादसे में मौत को मात देकर लौटे लांस नायक हनमनथप्पा कोप्पड का हाल जानने आज फिर सेना प्रमुख दलबीर सिंह सुहाग दिल्ली के सैन्य अस्पताल पहुंचे. मंगलवार को डॉक्टरों ने उनके स्वास्थ की जानकारी देते हुए कहा कि हनमनथप्पा अभी कोमा में हैं. हनुमानथप्पा के लिए आने वाले 48 घंटे बेहद अहम है. अगर इस दौरान सब ठीक रहा तो हनुमानथप्पा एक बार फिर हमारे साथ होंगे. पूरा देश उनके बेहतर स्वास्थ्य के लिए प्रार्थना कर रहा है. धार्मिक आस्था के केंद्र बनारस में गंगा घाट पर लांस नायक हनुमानथप्पा के लिए विशेष प्रार्थना हुई. उनके जिंदा बचने की खबर जैसे ही फैली उनके परिवार के साथ पूरे देश में खुशी की लहर दौड़ पड़ी. उन्हें कल विशेष एयर एम्बुलेंस से दिल्ली लाया गया और सेना के अस्पताल में भर्ती किया गया जहां उनकी स्थिति की जानकारी लेने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी सहित कई नेता और मंत्री पहुंचे.
आपको बता दें कि सोमवार को दुनिया के सबसे ऊंचे लड़ाई के मैदान सियाचिन में सचमुच चमत्कार हुआ. चमत्कार ऐसा कि जिसने भी सुना, उसे अंचभा भी हुआ और दिल में खुशी भी हुई. तीन फरवरी को पाक से सटी नियंत्रण रेखा से पास सियाचिन के उत्तरी ग्लेशियर में 19,600 फुट बर्फ की तूफान में जो 10 जवान दब गये थे, उनमें से एक लांस नायक हनमनथप्पा कोप्पड छह दिन बाद सोमवार की रात 25 फुट गहरे बर्फ में दबे जिंदा मिले. सेना समेत पूरे देश ने सभी 10 जवानों को शहीद मान लिया था. लेकिन, हनमनथप्पा कोप्पड ने मौत से युद्ध लड़ा और उसे हरा दिया. इस बहादुर सिपाही को दिल्ली में स्थित सेना के रिसर्च एंड रेफरल अस्पताल में भरती कराया गया है.
जब सेना के बचाव दल के सदस्य ने बर्फ की चादर के नीचे दबे हनमनथप्पा कोप्पड को पहली बार देखा, तब वह बेहोशी की हालत में थे और उनकी पल्स लगभग न के समान बची थी. लेकिन, सेना के डॉक्टरों की टीम ने तुरंत मेहनत की और जवान को जीवित करने की दिशा में प्रयास किया, जिसके बाद जवान के बचने की उम्मीद जगी. उन्हें एयर एंबुलेंस से दिल्ली लाया गया. एयरपोर्ट से उन्हें सीधे धौलाकुआं स्थित आर्मी अस्पताल ले जाया गया है. फिलहाल हनमनथप्पा की हालत गंभीर मगर स्थिर बतायी जा रही है. डॉक्टरों के मुताबिक वह कोमा में हैं.
सेना की उत्तरी कमान के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल डीएस हुड्डा ने सेना की ओर से जारी अपने आधिकारिक बयान में कहा, सियाचिन में जारी रेस्क्यू ऑपरेशन में तलाश किये जा रहे 10 जवानों में से लांस नायक हनमनथप्पा को बर्फ के नीचे जिंदा पाया गया. बाकी सभी जवानों की मौत हो चुकी है. अब तक पांच शव बरामद किये जा चुके हैं और चार की पहचान हो चुकी है.