कोरोना काल के छह महीने लंबे लॉकडाउन के बाद अब पूरे देश में अनलॉक की प्रक्रिया चल रही है.. मॉल, मार्केट-सिनेमा हॉल से लेकर स्कूल-कॉलेज खोलने की तैयारी पूरी हो चुकी है.. कई राज्यों ने अनलॉक 5 की गाइडलाइन के बाद 15 अक्टूबर से ही स्कूल-कॉलेज खोल दिए थे.. वहीं हिमांचल प्रदेश, आंध्र प्रदेश सहित कई राज्य अब दो नवंबर से स्कूल खोल रहे हैं.. यहां कड़े नियमों के साथ स्कूल-कॉलेज खोलने की तैयारी है.. यहां ये कड़े नियम लागू होंगे. जानें वो क्या हैं..
हिमाचल प्रदेश सरकार ने 2 नवंबर से कक्षा 9 से 12 वीं के छात्रों के लिए नियमित आधार पर स्कूलों को फिर से खोलने का फैसला किया है.. मुख्यमंत्री जय राम ठाकुर की अध्यक्षता में राज्य मंत्रिमंडल की बैठक के दौरान ये निर्णय लिया गया है.. स्कूल जाने के इच्छुक छात्रों के लिए माता-पिता की सहमति अनिवार्य होगी, हालांकि, उपस्थिति अनिवार्य नहीं होगी.. इसके अलावा, राज्य के कॉलेज गृह मंत्रालय के एसओपी और गाइडलाइन का पालन करते हुए खुलेंगे..
ताजा अपडेट के अनुसार असम के स्कूल 2 नवंबर, 2020 को फिर से खुलेंगे. राज्य के मुख्यमंत्री सर्बानंद सोनोवाल ने शिक्षा विभाग को सात महीने से अधिक समय के बाद 2 नवंबर को स्कूलों को फिर से खोलने के दौरान COVID-19 प्रोटोकॉल का सख्ती से पालन करने का निर्देश दिया है.. क्लास 6 और उससे ऊपर के छात्रों के लिए 2 नवंबर से क्लासेज लगेंगी..
असम के शिक्षा विभाग ने बताया कि कक्षा 6, 7, 9 और 12 के छात्र प्रत्येक सप्ताह के सोमवार, बुधवार और शुक्रवार को कक्षा में पढ़ेंगे, जबकि कक्षा 8, 10 और 11 के छात्र मंगलवार, गुरुवार और शनिवार को स्कूल में रिपोर्ट करेंगे.. इसी तरह, 1, 3 और 5 वें सेमेस्टर के कॉलेज के छात्रों को सप्ताह के बाद क्रमशः दो, तीन और चार दिनों के लिए कक्षाएं होंगी.. कक्षाएं दो चरणों में शुरू होंगी और प्रत्येक चरण में अधिकतम 25 छात्रों को ही अनुमति दी जाएगी…
आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने घोषणा की कि आंध्र प्रदेश के स्कूलों को छात्रों के लिए वैकल्पिक दिनों के आधार पर 2 नवंबर से फिर से खोला जाएगा.. आंध्र प्रदेश के सीएमओ के हवाले से एक रिपोर्ट के अनुसार कक्षा 1,3,5,7,9 के छात्र एक दिन में स्कूल जा सकते हैं और अगले दिन 2,4,6,8 की कक्षाएं होंगी.. आंध्र प्रदेश के स्कूल नवंबर के लिए आधे दिन काम करेंगे और छात्र लंच के बाद घर जाएंगे..
उत्तराखंड सरकार ने 2 नवंबर 2020 से 10वीं और 12वीं के छात्रों के लिए स्कूलों को फिर से खोलने की अनुमति दी है. कक्षाओं में भाग लेने के लिए छात्रों को अपने माता-पिता से लिखित अनुमति लेने की आवश्यकता होगी और एसओपी का सख्ती से पालन किया जाएगा.
फर्नीचर, स्टेशनरी, कैंटीन, लैब के साथ ही पूरे परिसर और क्लास रूम का रोज सैनिटाइजेशन होगा. एक क्लास में एक दिन 50 फीसदी ही बच्चे ही बैठेंगे. दूसरे दिन बाकी के बच्चों की पढ़ाई होगी. दो स्टूडेंट्स के बीच 6 फीट की दूरी अनिवार्य होगी. इसके अलावा सबसे सख्त नियम ये है कि कोई भी स्टूडेंट अपने अभिभावक की बिना लिखित अनुमति के स्कूल नहीं आ सकेगा.
वहीं दिल्ली, पश्चिम बंगाल सरकार ने अभी स्कूलों को नहीं खोलने का फैसला लिया है. कोरोना के गंभीर संकट को देखते हुए इन राज्यों ने कहा है कि अभी बच्चों के स्वास्थ्य के साथ रिस्क नहीं ले सकते. बता दें कि मिजोरम राज्य में स्कूल खोलने के बाद कोरोना संकट के बाद बंद कर दिए गए थे.