टोंक। राजस्थान में विधानसभा की सात सीटों पर बुधवार को उपचुनाव के लिए वोटिंग हुई। टोंक जिले की देवली-उनियारा विधानसभा सीट पर भी वोटिंग हुई। बुधवार दोपहर में वोटिंग के समय एक पोलिंग बूथ पर हंगामा हो गया। निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने चुनाव ड्यूटी पर तैनात सेक्टर मजिस्ट्रेट की भूमिका निभा रहे एसडीएम अमित चौधरी को थप्पड़ जड़ दिया। नरेश मीणा कांग्रेस से बागी होकर निर्दलीय के रूप में चुनाव लड़ रहे थे। दरअसल, समरावता गांव के मतदाताओं ने अपनी एक मांग के समर्थन में मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की थी, लेकिन मतदान केंद्र और बूथ तक पहुंचने वाला रास्ता खुला था।
एसडीएम कर रहे थे लोगों से वोट देने की अपील
जब एसडीएम अमित चौधरी लोगों को वोट डालने के लिए मनाने वहां गए तो निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा ने उन्हें थप्पड़ मार दिया। कलेक्टर सौम्या झा ने बताया कि नरेश मीणा उन ग्रामीणों का समर्थन कर रहे थे, जिन्होंने मतदान का बहिष्कार करने की घोषणा की थी। समरावता गांव वर्तमान में नगर फोर्ट तहसील में आता है और ग्रामीण गांव को उनियारा तहसील के अंतर्गत लाने की मांग कर रहे हैं, जो उनके गांव के पास है। उन्होंने कहा कि ग्रामीणों ने कुछ दिन पहले यह मांग उठाई थी और उन्हें 30 अक्टूबर को आश्वासन दिया गया था कि आदर्श आचार संहिता हटने के बाद इस मामले पर विचार किया जाएगा।
चेतावनी के बाद नरेश मीणा को गिरफ्तार करने गई थी पुलिस
नरेश मीणा एसडीएम को थप्पड़ मारने के बाद ग्रामीणो के साथ गांव में धरने पर बैठ गए। समर्थकों को गेंती फावड़े और लाठियों के साथ पहुंचने और पुलिस से भिड़ने की धमकी देने लगे। इस बीच आरएएस एसोसिएशन ने नरेश मीणा की गिरफ्तारी नहीं करने पर पेन डाउन हड़ताल की चेतावनी दे दी थी। ऐसे में मतदान खत्म होने के बाद रात आठ बजे जैसे ही पुलिस नरेश मीणा को गिरफ्तार करने समरावता पहुंची। नरेश मीणा के समर्थकों ने पत्थरबाजी शुरु कर दी। लाठियों से पुलिस पर हमला किया। पुलिस ने भी लाठीचार्ज किया। आंसू गैस के गोले छोड़े। करीब दस पुलिसकर्मी इस मुठभेड़ में घायल हो गए। पुलिस ने नरेश मीणा को पकड़ लिया लेकिन समर्थक हिरासत से छुड़ा ले गए।
अब तक 60 लोग गिरफ्तार
नरेश मीणा ने सोशल मीडिया पर पोस्ट करते हुए लिखा है, ‘मैं ठीक हूं, ना डरे हैं ना डरेंगे, आगे की रणनीति बता दी जाएगी।’ बता दें कि पुलिस ने अभी तक 60 लोगों को गिरफ्तार किया है, साथ ही चार एफआईआर भी दर्ज की है। मतदान बूथ पर हाथापाई के दौरान मालपुरा एसडीएम अमित चौधरी को नरेश मीणा ने जो थप्पड़ मारा। उसकी गूंज रात के वक्त समरावता गांव के साथ पूरे टोंक प्रशासन ने सुनी। करीब डेढ़ घंटे तक हिंसा का खुला तांडव इस गांव में हुआ, जिसकी निशानियां अब भी गांव में देखी जा सकती हैं। जगह-जगह जली हुई बाइक, जीप और कारें ये बताने के लिए काफ़ी है।
नरेश मीणा के खिलाफ 4 FIR
निर्दलीय प्रत्याशी नरेश मीणा के ख़िलाफ़ नगर फोर्ट थाने में 4 अलग अलग मामले दर्ज किए हैं.. पुलिस हिरासत से भागने, ऑन ड्यूटी प्रशासनिक अधिकारी के साथ मारपीट करने… गाड़ियां जलाने और रास्ता रोकने के कुल चार मामले दर्ज किए है.. नरेश मीणा की तलाश में पुलिस जगह जगह छापेमार कार्रवाई कर रही है… उपद्रव में कई ग्रामीण और उपद्रवी भी घायल हुए है..सड़क पर खड़े वाहनों को आग के हवाले करने के अलावा घर में खड़े वाहन और इमारतों में भी तोड़ फोड़ की गई..