
नई दिल्ली। यात्रियों को राहत देने और टिकट बुकिंग सिस्टम को पारदर्शी बनाने के लिए भारतीय रेलवे ने अब तक की सबसे बड़ी डिजिटल कार्रवाई की है। रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने संसद में जानकारी दी कि IRCTC ने करीब 2.5 करोड़ फर्जी यूजर आईडी को ब्लॉक कर दिया है। यह कदम दलालों द्वारा किए जा रहे फर्जी टिकट बुकिंग के गोरखधंधे पर लगाम कसने के उद्देश्य से उठाया गया है।
डेटा एनालिसिस में हुआ खुलासा, गलत जानकारी से बनाए गए थे करोड़ों अकाउंट
राज्यसभा में मानसून सत्र के दौरान बोलते हुए रेल मंत्री ने बताया कि डेटा एनालिसिस के दौरान यह सामने आया कि बड़ी संख्या में फर्जी जानकारियों का इस्तेमाल कर IRCTC पर अकाउंट बनाए गए थे। इनका इस्तेमाल मुख्यतः तत्काल टिकटों की अवैध बुकिंग में हो रहा था, जिससे आम यात्रियों को टिकट पाने में दिक्कतें होती थीं। इसी कारण रेलवे ने यह सख्त कदम उठाया है।
1 जुलाई से लागू हुआ नया नियम, अब सिर्फ आधार लिंक्ड यूजर ही कर सकेंगे तत्काल टिकट बुक
रेलवे ने तत्काल टिकट बुकिंग में OTP आधारित वेरिफिकेशन प्रणाली शुरू की है। अब केवल आधार लिंक्ड IRCTC अकाउंट से ही टिकट बुकिंग संभव होगी। यह नियम 1 जुलाई 2025 से प्रभावी हो चुका है। रेल मंत्री ने बताया कि इससे फर्जीवाड़े पर रोक लगेगी और आम यात्रियों को तत्काल टिकट बुक करने में आसानी होगी।
89% टिकट ऑनलाइन, अब ऑफलाइन बुकिंग में भी डिजिटल पेमेंट
रेल मंत्री ने यह भी बताया कि वर्तमान में 89% टिकट IRCTC के जरिए ऑनलाइन बुक हो रहे हैं। इसके साथ ही रेलवे ने ऑफलाइन काउंटर (PRS) पर भी डिजिटल पेमेंट की सुविधा दे दी है। यात्री अब UPI जैसे विकल्पों से काउंटर पर टिकट बुक कर सकते हैं, जिससे लाइन में लगने और कैश की समस्या से राहत मिलेगी।
वेटिंग टिकट्स पर नजर, भीड़ बढ़ी तो मिलेंगे अतिरिक्त कोच या वैकल्पिक ट्रेन
रेल मंत्री ने कहा कि रेलवे वेटिंग लिस्ट पर भी लगातार नजर बनाए हुए है। किसी ट्रेन में वेटिंग टिकट ज्यादा होने पर उसमें अतिरिक्त कोच जोड़े जाते हैं, या फिर यात्रियों को वैकल्पिक ट्रेन या अपग्रेडेशन स्कीम का लाभ दिया जाता है।