नई दिल्ली
भाजपा ने जेएनयू के छात्र नेता की गिरफ्तारी की आलोचना करने वाले राहुल गांधी और विपक्ष के दूसरे नेताओं पर निशाना साधते हुए आज कहा कि वे आतंकी संगठन लश्कर ए तैयबा की भाषा बोल रहे हैं जो शहीदों का अपमान है और जिससे राष्ट्र विरोधी ताकतों का मनोबल बढ़ेगा.
भाजपा ने दावा किया कि जेएनयू परिसर में कुछ लोगों द्वारा आयोजित किये गये ‘भारत विरोधी’ मार्च की देश भर में निंदा हो रही है लेकिन कांग्रेस और दूसरे विपक्षी दल अपने ‘राजनीतिक द्वेष’ और वोट बैंक की राजनीति के कारण मोदी सरकार को निशाना बना रहे हैं.
भाजपा के राष्ट्रीय सचिव श्रीकांत शर्मा ने कहा, ‘‘राहुल गांधी और उनके दोस्त लश्कर ए तैयबा के आतंकी हाफिज सईद की भाषा बोल रहे हैं जिसने जेएनयू में भारत विरोधी कार्यक्रम के समर्थन में ट्वीट किया है. यह हमारे शहीदों और सशस्त्र बलों का अपमान है जो सीमा पर अपने प्राणों का बलिदान करते हैं और इससे राष्ट्र विरोधी ताकतों का मनोबल बढ़ेगा.” उन्होंने कहा, ‘‘जेएनयू ने कई बुद्धिजीवियों और नौकरशाहों को जन्म दिया है. वहां कुछ लोगों ने भारत विरोधी भाषण दिए.
कानून अपना काम कर रहा है. भाजपा कांग्रेस से अपील करेगी कि वह राजनीतिक कारण से हमारे शहीदों का अपमान ना करे.” उन्होंने हाल में हुई सेनाकर्मियों की मौत की तरफ इशारा करते हुए कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि जहां सैनिक सीमा पर अपने प्राणों का बलिदान दे रहे हैं वहीं जेएनयू जैसे संस्थान में भारत विरोधी नारेबाजी की जा रही है और आतंकियों का गुणगान हो रहा है.” जेएनयू में विवादित आयोजन के संदर्भ में छात्र नेता की गिरफ्तारी को लेकर राहुल ने कहा था, ‘‘मोदी सरकार और एबीवीपी जेएनयू
जैसे संस्थान पर सिर्फ इसलिए धौंस जमा रहे हैं क्योंकि यह उनके अनुसार नहीं चल रहा। यह पूरी तरह से निंदनीय है.
कांग्रेस उपाध्यक्ष ने कहा था, ‘‘भारत विरोधी भावना स्वीकार्य होने का कोई सवाल ही नहीं है जबकि असहमति और चर्चा का अधिकार लोकतंत्र का आवश्यक तत्व है.” दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविन्द केजरीवाल ने ट्विटर पर लिखा था, ‘‘कोई भी राष्ट्र विरोधी ताकतों का समर्थन नहीं करता.
लेकिन निर्दोष छात्रों को निशाना बनाना और उसे बहाने के तौर पर इस्तेमाल करना मोदी सरकार को बहुत महंगा पडेगा।” भाजपा प्रवक्ता सुधांशु त्रिवेदी ने कहा कि हिंसा एवं भारत विरोधी गतिविधियों को ‘‘वैचारिक ढाल” देने की कोशिशों को मंजूरी नहीं दी जा सकती.
उन्होंने कहा, ‘‘प्रधानमंत्री के खिलाफ जिस तरह खराब भाषा का इस्तेमाल किया गया. छात्रों का एक समूह सांस्कृतिक आंदोलन के नाम पर जेएनयू जैसे संस्थान की गरिमा को नुकसान पहुंचाने की कोशिश कर रहा है.” पाकिस्तानी-अमेरिकी आतंकवादी डेविड हेडली द्वारा इशरत जहां को लेकर किए गए दावों की पृष्ठभूमि में त्रिवेदी ने जेएनयू मुद्दे पर विपक्षी दलों के साथ शामिल होने के लिए जदयू की आलोचना करते हुए कहा कि उसने इशरत को ‘बिहार की बेटी’ बताया था.
उन्होंने कहा, ‘‘ऐसे समय में जब बिहार का अपराधीकरण हो रहा है, जदयू जेएनयू मुद्दे पर दूसरों के साथ शामिल हो रही है… हम छात्रों पर कोई अत्याचार नहीं होने देंगे लेकिन साथ ही हम राष्ट्र विरोधी लोगों को छोड भी नहीं सकते।” श्रीकांत शर्मा ने कांग्रेस पर आतंकवाद पर राजनीति करने का आरोप लगाते हुए कहा कि हाल में एक पूर्व शीर्ष आईबी अधिकारी द्वारा की गयी टिप्पणी ने विपक्षी दल का ‘पर्दाफाश’ कर दिया है. उन्होंने कहा, ‘‘यहां तक कि 26/11 के मुंबई आतंकी हमले में कांग्रेस ने आरएसएस की संलिप्तता का इशारा किया था.