
नई दिल्ली। स्वतंत्रता दिवस के मौके पर लाल किले की प्राचीर से प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पाकिस्तान और आतंकवाद पर अब तक का सबसे सख्त संदेश दिया। पीएम मोदी ने साफ कहा कि भारत अब आतंकियों और उन्हें पनाह देने वालों में फर्क नहीं करेगा। “न्यूक्लियर धमकी और ब्लैकमेल अब बर्दाश्त नहीं होगा,” उन्होंने दृढ़ स्वर में चेताया।
सेना की शर्तों पर होगा जवाब
प्रधानमंत्री ने स्पष्ट किया कि दुश्मन देश की हर नापाक हरकत का जवाब अब सेना की रणनीति, समय और लक्ष्य के अनुसार दिया जाएगा। उन्होंने कहा “हमारे सुरक्षा बलों ने कई दशकों में न देखी गई मिसाल कायम की है। दुश्मन के इलाके में सैकड़ों किलोमीटर अंदर घुसकर आतंकियों के ठिकानों को नेस्तनाबूद कर दिया गया।”
न्यूक्लियर ब्लैकमेल पर सख्त रुख
पीएम मोदी ने कहा कि भारत दशकों से आतंकवाद का सामना करता आया है, लेकिन अब हालात बदल चुके हैं। उन्होंने दो टूक कहा “न्यूक्लियर ब्लैकमेल अब नहीं सहेगा। भारत ने तय कर लिया है कि खून और पानी एक साथ नहीं बहेंगे।”
सिंधु नदी समझौते पर सवाल
मोदी ने सिंधु नदी समझौते को अन्यायपूर्ण करार देते हुए कहा “भारत का पानी पाकिस्तान के खेतों को सींच रहा है, जबकि हमारे किसान प्यासे हैं। यह समझौता हमारे किसानों के साथ सात दशक से अन्याय कर रहा है। हिंदुस्तान के हक का पानी हिंदुस्तान के किसानों को मिलेगा।”
पाकिस्तान के लिए अंतिम चेतावनी
अपने भाषण के अंत में प्रधानमंत्री ने यह संदेश भी दिया कि पाकिस्तान की “नींद अभी भी उड़नी बाकी है” और अगर नापाक हरकतें जारी रहीं तो भारत की सेना तय करेगी कब, कैसे और कहां जवाब देना है और वह जवाब होगा “मुंहतोड़”।