
PM Narendra Modi: प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने एक इंटरव्यू के दौरान कहा कि भारत की तरफ से शांति के हर प्रयास का जवाब पाकिस्तान ने शत्रुता और विश्वासघात से दिया है। पीएम मोदी ने कहा कि हम उम्मीद जताते हैं कि पाकिस्तान को जल्द से जल्द सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का मार्ग अपनाएगा। लेक्स फ्रीडमैन के साथ एक पॉडकास्ट में पीएम मोदी ने कहा, ‘‘मैंने अपने शपथ ग्रहण समारोह में पाकिस्तान को आमंत्रित किया था, लेकिन शांति के हर प्रयास का जवाब शत्रुता और विश्वासघात से मिला। हम पूरी उम्मीद करते हैं कि पाकिस्तान को सद्बुद्धि आएगी और वह शांति का मार्ग अपनाएगा।’’
पाकिस्तान के लोग भी शांति चाहते हैं
मोदी ने कहा, “मेरा मानना है कि पाकिस्तान के लोग भी शांति चाहते हैं क्योंकि वे भी संघर्ष, अशांति और निरंतर आतंक में रहते हुए थक गए होंगे। उस देश को देखिए जहां मासूम बच्चे भी मारे जाते हैं और अनगिनत जिंदगियां बर्बाद हो जाती हैं। प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत जब भी शांति की बात करता है। पीएम मोदी ने याद दिलाया कि ओसामा बिन लादेन ने पाकिस्तान में शरण ली, पाकिस्तान की जड़ में आतंकवाद है। पाकिस्तान ने भारत से संघर्ष का रास्ता चुना है।”
भारत की विदेश नीति स्पष्ट है
पीएम मोदी ने कहा कि द्विपक्षीय संबंधों को सुधारने का उनका पहला प्रयास सद्भावना का संकेत था। उन्होंने कहा, ‘‘यह कूटनीतिक कदम था, जो दशकों में नहीं देखा गया। जिन लोगों ने कभी विदेश नीति के प्रति मेरे दृष्टिकोण पर सवाल उठाया था, वे उस समय अचंभित रह गए, जब उन्हें पता चला कि मैंने दक्षेस देशों के सभी राष्ट्राध्यक्षों को आमंत्रित किया और हमारे तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी ने अपने संस्मरण में उस ऐतिहासिक भाव को खूबसूरती से कैद किया है।’’
विदेश नीति को लेकर पीएम मोदी ने कहा कि यह इस बात का प्रमाण है कि भारत की विदेश नीति कितनी स्पष्ट और आश्वस्त हो गई है। उन्होंने कहा, ‘‘इसने दुनिया को शांति और सद्भाव के लिए भारत की प्रतिबद्धता के बारे में एक स्पष्ट संदेश भेजा, लेकिन हमें वांछित परिणाम नहीं मिले।’’