मध्यप्रदेश के जबलपुर में ट्रक ड्राइवर और मालिक की मिलीभगत ने अनाज कारोबारी को लाखों रुपये की चपत लगा दी है। 16 टन 60 क्विंटल गेहूं लोडकर व्यापारी ने ट्रक से बेंगलुरु भिजवाया था। दोनों ने साठगांठ कर पूरा गेहूं महाराष्ट्र में बेच दिया और भाग गए। विजयनगर पुलिस ने दोनों के खिलाफ धोखाधड़ी का केस दर्ज किया है।
पुलिस के मुताबिक गुप्तेश्वर मदनमहल निवासी सतेंद्र पाल सिंह गुजराल ने पुलिस अधीक्षक सिद्धार्थ बहुगुणा से धोखाधड़ी के संबंध में शिकायत की थी। गुजराल ने शिकायत में बताया कि कृषि उपज मंडी धर्मकांटा के पास दमोहनाका में वह अनाज का कारोबार करता है। देश के कई राज्यों में उसका अनाज कारोबार फैला हुआ है। 25 जून को उन्होंने ट्रक एमपी 13 जीबी 2198 में 240 बोरी गेहूं (वजन 15 हजार 60 क्विंटल, कीमती 3 लाख 4 हजार 590 रुपये) बेंगलुरु के लिये भेजा था।
ट्रक मालिक सुरेश चंद्र निवासी सामगी जिला उज्जैन को 30 हजार रुपये अग्रिम दिया था। अनुबंध अनुसार एक जुलाई को गेहूं की खेप बेंगलुरु पहुंच जानी थी। तय समय तक ट्रक न पहुंचने पर उसने चालक युवराज सिंह चौहान निवासी कालूखेड़ा उज्जैन से संपर्क करने का प्रयास किया। उसका मोबाइल बंद मिला। जिसके बाद ट्रांसपोर्टर रविकांत सेन निवासी कालूखेड़ा उज्जेैन को घटना की सूचना दी।
गुजराल की सूचना पर रविकांत ने ट्रक मालिक सुरेश से संपर्क किया। उसने बताया कि बेंगलुरु के रास्ते में ट्रक का एक्सीडेंट हो गया। वहां लोगों ने चालक के साथ मारपीट कर दी जिसके चलते वह ट्रक छोड़कर भाग गया। 10 जुलाई को ट्रक मालिक सुरेशचंद्र से संपर्क हुआ तो उसने कहा कि गेहूं कहीं और बेच दिया है। इस ट्रक मालिक और चालक की कारगुजारियों से कई राज्यों की पुलिस को परेशान होना पड़ा। जबलपुर के साथ बेंगलुरु और महाराष्ट्र में प्रकरण से जुड़े तथ्यों का पता लगाया जा रहा है। फिलहाल पुलिस ने ट्रक ड्राइवर और मालिक को आरोपी बनाकर उनकी तलाश में जुटी हैं।