बिहार. मुंगेर के धरहरा में नक्सल प्रभावित क्षेत्र गौरया में भालू के दो बच्चे चर्चा का विषय बने हुए हैं। कुछ बच्चों ने खेलने के दौरान देखा कि भालू के दो बच्चे पेड़ के नीचे खेल रहे हैं। जिन्हें उठाकर वो अपने घर ले जाए। इसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो गया तो फिर वन विभाग भी हरकत में आया और फिर भालू के बच्चों को सकुशल रेस्क्यू करने में विभाग जुट गया।
जंगली भालू के दो दुधमुंहे बच्चों को उठा लाए
नक्सल प्रभावित क्षेत्र के गौरया स्थित एक आदिवासी समुदाय के बच्चे के द्वारा जंगली भालू के दो दुधमुंहे बच्चों को पकड़ा गया है। जिसका वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल हो रहा है। वीडियो की सत्यता की जब जांच की गई तो वीडियो वायरल करने वाला युवक गौरेया गांव का निकला और उसने भालू के बच्चे को पकड़ कर वीडियो वायरल होने की बात स्वीकारी।
पेड़ के नीचे खेल रहे थे बच्चे
गौरैया के अजय कोड़ा ने बताया कि उसके घर के बच्चे रविवार की सुबह गौरैया कोल गए थे। बच्चों की नजर अचानक दो बेहद नन्हें जानवर पर गयी जो एक पेड़ के नीचे खेल रहे थे। बताया कि भालू के दो बच्चों को उठाकर उनके बच्चे अपने साथ घर ले लाये। उन्हें ये मालूम नहीं था कि ये भालू के बच्चे हैं। बताया कि जानकारी के अभाव में भालू के बच्चों को पकड़ लिया गया है।
सकुशल रेस्क्यू करने के लिए प्रयास में जुटा वन विभाग
इस सम्बंध में सूचना देने पर धरहरा वन विभाग ने कहा कि उक्त युवक से बात करने पर बताया गया कि भालू का बच्चा रेहा टांड़ में एक घर मे रखा हुआ है। स्थानीय ट्रैकर सहित विभाग भालू के बच्चों को सकुशल रेस्क्यू करने के लिए प्रयास में जुटा गया और भालू के बच्चों को जंगल मे छोड़ने की बात कही गयी।