राजस्थान के भरतपुर शहर के एक मैरिज होम में दूल्हा सात फेरे लेने नहीं पहुंचा। मैरिज होम में सजी-धजी दुल्हन, बैंड बाजे वाले और पंडित दूल्हे की राह देखते रहे। दरअसल, हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी निवासी महेश चंद की पुत्री खुशबू की शादी प्रिंस नगर निवासी वीरेंद्र कुंतल के बेटे कुशल कुमार के साथ होना तय हुआ था। दोनों की सगाई की रस्में 29 नवंबर को हुई थी। 4 मार्च को शादी होनी थी। इसके लिए शहर के स्वयंवर मैरिज होम में पूरी तरह इंतजाम किए गए थे, लेकिन लड़की दूल्हे का इंतजार करती रही। जब देर रात तक मैरिज होम में बारात नहीं पहुंची तो लड़की के पिता द्वारा मथुरा गेट थाने में दहेज का मामला दर्ज कराया गया।
लड़की के पिता महेश कुमार राजस्थान पुलिस में कांस्टेबल हैं. दूल्हा आर्मी में क्लर्क के पद पर तैनात है। वहीं दूल्हे का पिता भी आर्मी से रिटायर्ड है। दूल्हा और उसका भाई आर्मी से छुट्टी लेकर आए थे, लेकिन बारात लेकर नहीं पहुंचे। शादी की खुशियां पूरी तरह उड़ गईं। दुल्हन और उसकी मां बुरी तरह विलाप करती हुई रोने लगी। जब शादी की रस्में निकलने लगी और दूल्हा नहीं पहुंचा तो लड़की के भाई और पिता ने दौड़ते हुए प्रशासन व पुलिस की मदद मांगी और उसके बाद मथुरा गेट थाने में मामला दर्ज कराया गया।
लड़की के पिता ने वर पक्ष पर 18 लाख रुपए खर्चा एक प्लॉट दहेज में मांगने और संपूर्ण आवश्यक सामान के अलावा शादी से कुछ घंटे पहले ही 11 लाख रुपये की अतिरिक्त मांग पूरी नहीं करने पर शादी ना करने की धमकी देकर विवाह में ना आने का आरोप लगाते हुए मामला दर्ज कराया गया है। वहीं दूसरी ओर लड़के के पिता बिरेंद्र कुंतल का कहना है कि लड़के के सीने में अचानक दर्द हुआ जिसे शुक्रवार दोपहर मथुरा के मिलिट्री हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया है. लेकिन अब पूरे मामले में लड़की पक्ष के लोगों ने प्रशासन से मदद की गुहार लगाई है। मथुरा गेट थाना पुलिस ने मामला दर्ज कर पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।
लड़की के पिता का कहना है कि शादी में दहेज का सामान जो देना था वह सारा लड़के की डिमांड पर ही खरीदा गया था। उसकी पसंद का ही सामान था लेकिन फिर भी एन वक्त पर पैसे की डिमांड की और यह शादी की रस्में नहीं हो पाई।