छिंदवाड़ा। एसपी विवेक अग्रवाल ने रिश्वत लेने के आरोप में चौरई थाना प्रभारी मुकेश द्विवेदी एवं एएसआई हीरामन तिवारी को निलंबित कर दिया है। साथ ही मामले की जांच चौरई एसडीओपी को सौंपी है।
दरअसल खटकर निवासी जीवनलाल वर्मा ने एसपी को लिखित शिकायत की थी। शिकायत में उसने बताया कि चौरई थाना क्षेत्र के ग्राम खटकर में डेढ़ माह पहले उसके भाई व भतीजों का विवाद हुआ था। पुलिस ने आरोपियों पर विभिन्न धारा में मामला दर्ज किया। शिकायकर्ता ने आरोप लगाया कि विवाद के बाद उसे थाने बुलाया गया और कहा गया कि भाई व भतीजों पर धारा 307 लगी है। अगर उन्हें बचाना है तो 50 हजार रुपए लगेंगे। यह भी आरोप लगाया कि थाना प्रभारी ने पचास हजार रुपए व पांच लोगों को लेकर आने के लिए कहा था। जिससे वह नाम व धारा कम कर देगा। 28 जून को बीस हजार रुपए दे दिए व पांच लोगों को थाने में पेश करा दिया था।
इस दौरान थाना प्रभारी ने यह कहा कि उस क्षेत्र का बीट प्रभारी एएसआई हीरामन तिवारी है उसे यह बीस हजार रुपये दे दो। शिकायतकर्ता ने बीस हजार रुपए की राशि एएसआई को दे दी। इसके बावजूद भी मामले में न ही परिवार के लोगों के नाम हटाए गए न ही केस कमजोर किया गया और जब चालान पेश करने के लिए एएसआई को कहा गया, तो उसने बीस हजार रुपए की और मांग की गई। इसके बाद शिकायतकर्ता ने एसपी को शिकायत की।
आवेदक के द्वारा प्रस्तुत लिखित शिकायत प्रथम दृष्टया गंभीर प्रकृति की एवं भ्रष्टाचार से संबंधित होकर सत्य प्रतीत होती है। चौरई थाना प्रभारी मुकेश द्विवेदी एवं एएसआई हीरामन तिवारी को तत्काल प्रभाव से निलंबित कर रक्षित केन्द्र छिंदवाड़ा से संबद्ध किया जाता है। मामले में जांच चौरई एसडीओपी को सौंपी गई है। जांच रिपोर्ट के बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी।
विवेक अग्रवाल, एसपी, छिंदवाड़ा