नई दिल्ली। भारत में एक बार फिर कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ने लगे है। पिछले 28 दिन बाद कोरोना के नए केस ने 14 हजार के आंकड़े को छुआ है। कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच एक और डराने वाली खबर सामने आई है। एम्स के प्रमुख डॉ० रणदीप गुलेरिया ने आशंका जताते हुए कहा है कि भारत में कोरोना का नया स्ट्रेन पहले से ज्यादा संक्रामक हो सकता है। डॉ० गुलेरिया ने कहा कि भारत में कोरोना वायरस के प्रति हर्ड इम्युनिटी बनने की बात एक मिथक है, क्योंकि इसके लिए देश की 80 फीसदी आबादी में कोरोना वायरस से लड़ने के लिए एंटीबॉडी डेवलेप होनी चाहिए.
डॉ. गुलेरिया ने कहा कि महाराष्ट्र में जिस तरह से कोरोना संक्रमण के मामले एक बार फिर तेजी से बढ़ रहे हैं उसे देखने के बाद हम कह सकते हैं कि ये पहले से ज्यादा खतरनाक वायरस है। उन्होंने कहा कोरोना का नया स्ट्रेन संक्रमण से उबर चुके मरीजों पर भी दोबारा हमला कर सकता है। जिनमें चाहे पहले से एंटीबॉडी क्यों न पैदा हो गई हो। महाराष्ट्र में कोविड टास्कफोर्स के सदस्य डॉ. शशांक जोशी के मुताबिक राज्य में कोरोना के 240 नए स्ट्रेन देखे गए हैं। महाराष्ट्र में तेजी ये बढ़ रहे कोरोना संक्रमण के मामले इन्हीं नए स्ट्रेन के कारण सामने आए हैं।
महाराष्ट्र के अलावा चार अन्य राज्यों- केरल, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और पंजाब में भी कोरोना संक्रमित मरीजों की संख्या तेजी से बढ़ रही है। सरकार वैक्सीनेशन के जरिए कोरोना संक्रमण की चेन तोड़कर हर्ड इम्यूनिटी पैदा करने की कोशिश कर रही है। इसी कड़ी में पहले चरण में तीन करोड़ हेल्थ वर्करों को टीका दिया जाना है। फिर 50 साल से ज्यादा उम्र के या गंभीर बीमारियों से ग्रसित 27 करोड़ लोगों को यह टीका दिया जाएगा।