दिल्ली के मोती बाग इलाके में सोमवार दोपहर कुल्हाड़ी के हमले से घायल 11वीं की 16 वर्षीय छात्रा की देर रात सफदरजंग अस्पताल में उपचार के दौरान मौत हो गई। वारदात के बाद आरोपी प्रदीप उर्फ प्रवीण को पलवल में अपनी बहन के घर जाकर छिपा था, जहां से साउथ कैंपस थाना पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आरोपी ने बताया कि किशोरी से छेड़छाड़ और उसका पीछा करने पर उसके पिता ने उसे थप्पड़ मार दिया था। इसका बदला लेने के लिए ही उसने किशोरी पर कुल्हाड़ी से वार किया। पुलिस उपायुक्त इंगित प्रताप सिंह ने बताया कि सोमवार दोपहर मोती बाग की किशोरी पर आरोपी ने कुल्हाड़ी से वार किया था।
सूचना पर पहुंची साउथ कैंपस थाना पुलिस ने घायल किशोरी के पिता के बयान पर हत्या के प्रयास की धारा में केस दर्ज कर छानबीन शुरू की। इधर, देर रात किशोरी की अस्पताल में मौत हो गई। पुलिस ने आरोपी को पकड़ने के लिए इंसपेक्टर चंद्रशेखर, इंस्पेक्टर मदन लाल मीणा और एसएचओ साउथ कैंपस की तीन टीम बनाई। इसके बाद आरोपी प्रदीप उर्फ प्रवीण को पलवल स्थित उसकी बहन के घर से पकड़ लिया गया। पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल कुल्हाड़ी भी बरामद कर ली है।
किशोरी के पिता ने बताया कि आरोपी कई माह से उनकी बेटी का पीछा कर रहा था। मना करने पर नहीं माना तो उन्होंने उसे थप्पड़ मार दिया था। इसका बदला लेने के लिए उसने उनकी बेटी को मार डाला। नाबालिग के पिता का कहना था कि अगर वह समय रहते पुलिस को बता देते तो शायद आरोपी पहले ही पकड़ा जाता और उनकी बेटी आज जिंदा होती।
पीड़ित परिवार मूलत: बिहार का रहने वाला है और लंबे समय से मोती बाग इलाके में रह रहा है। यहां किशोरी के पिता दुकान चलाते हैं, जबकि घरेलू सहायिका है। परिवार में अब दो बेटियां और एक बेटा है। किशोरी के पिता ने बताया कि आरोपी ने धमकी दी थी कि यदि उनकी बेटी ने अपने जन्मदिन 13 जुलाई से पहले उससे शादी की बात नहीं मानी तो वह उसे मार देगा। उसने जन्मदिन से एक दिन पहले 12 जुलाई को किशोरी पर हमला कर उसे मार डाला। परिवार को बेटी के जन्मदिन पर ही उसका अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है।