पटना- राजद सुप्रीमो लालू प्रसाद के 22 ठिकानों पर आयकर विभाग की छापेमारी की खबर के बाद बिहार का सियासी पारा गरम हो गया है. पक्ष-विपक्ष और महागठबंधन के नेताओं की प्रतिक्रिया आनी शुरू हो गयी है. कुछ नेता इसे राजनीति से प्रेरित कार्रवाई बता रहे हैं, तो कुछ इसे सही मान रहे हैं. कांग्रेस नेता और मंत्री अवधेश सिंह ने लालू का बचाव करते हुए कहा है कि बीजेपी ने राजनीति से प्रेरित होकर यह कार्रवाई की है. वहीं जदयू के प्रवक्ता और विधान पार्षद संजय सिंह ने कहा है कि यह आयकर विभाग का मामला है और इस बारे में कुछ बोलना ठीक नहीं होगा. दूसरी ओर, हम के प्रवक्ता दानिश रिजवान ने कहा है कि अब भी नीतीश कुमार लालू परिवार को ईमानदारी का सर्टिफिकेट देंगे क्या ?
नेताओं ने दी प्रतिक्रिया
छापेमारी के बाद राजद की ओर से आयी पहली प्रतिक्रिया में पार्टी के वरिष्ठ नेता रघुवंश प्रसाद सिंह ने कहा है कि बीजेपी लालू यादव को खत्म करना चाहती है. वहीं दूसरी ओर केंद्रीय मंत्री और बीजेपी नेता रविशंकर प्रसाद ने कहा कि लालू ने बहुत संपत्ति अर्जित की है और नीतीश, लालू और उनके दोनों बेटों के खिलाफ कार्रवाई करें. वहीं लालू के करीबी और अधिवक्ता चितरंजन सिन्हा ने लालू आवास से निकलने के बाद मीडिया से कहा कि उन्हें किसी भी प्रकार की छापेमारी की जानकारी नहीं है. जबकि, आयकर विभाग की कार्रवाई पर मीडिया से बातचीत में बीजेपी नेता सुशील कुमार मोदी ने कहा कि मेरे खुलासों के बाद नीतीश कुमार ने सोमवार को कोर्ट या जांच एजेंसी की शरण में जाने की सलाह दी थी, ऐसे में मेरे ख्याल में उनकी मांग को केंद्र सरकार ने मान लिया है. सुशील मोदी ने इसके लिए नीतीश कुमार को थैंक्स कहा और यह भी कहा कि नीतीश कुमार को यह तय करना है कि वो सरकार में लालू के साथ रहेंगे या जायेंगे. उन्होंने कहा कि नीतीश कुमार ने अपने सिद्धांतों से समझौता कर लिया है. नीतीश कुमार को कार्रवाई करनी चाहिए. सुशील मोदी ने मंत्रिमंडल को बरखास्त करने की मांग करते हुए कार्रवाई करने की बात कही. मैं अभी किसी अधिकारी से मिला नहीं हूं, दो-दो चैनलों ने खुलासा किया है. सुरेंद्र जैन से जुड़ा मामला मैंने खुलासा नहीं किया है, मीडिया ने ही किया है.