नई दिल्ली. Modi Cabinet: नरेंद्र मोदी ही देश के अगले प्रधानमंत्री होंगे। एनडीए की बैठक में पीएम के रूप में उनके नाम पर मुहर लग गई है। पीएम मोदी राष्ट्रपति से मिलकर एनडीए की सरकार बनाने का दावा पेश करेंगे। दावा पेश करने से पहले राष्ट्रपति ने 17वीं लोकसभा को भंग किया। महाराष्ट्र के सीएम और शिवसेना प्रमुख एकनाथ शिंदे ने पीएम मोदी को अपना समर्थन पत्र दिया। मोदी सरकार के नए मंत्रीमंडल में इन 7 सांसदों को मौका मिल सकता है।
1. सुरेश गोपी-
सुरेश गोपी मलयाली फिल्मों के जाने-मानें एक्टर हैं। वे बीजेपी सीट पर त्रिशूर से चुनाव जीतने वाले पार्टी के इकलौते उम्मीदवार हैं। उनकी जीत के साथ ही बीजेपी का केरल में भी खाता खुल गया है। ऐसे में दूरगामी रणनीति के तहत पीएम मोदी उन्हें अपने मंत्रिमंडल में अहम जिम्मेदारी देकर केरल की जनता को बड़ा संदेश दे सकते हैं।
2. चिराग पासवान-
चिराग पासवान पूर्व दिग्गज नेता रामविलास पासवान के बेटे और लोक जनशक्ति पार्टी के मुखिया हैं। उनकी पार्टी ने बिहार में 4 सीटें जीती हैं। वे खुद भी हाजीपुर सीट से विजयी रहे हैं। वे खुद को पीएम मोदी का हनुमान बताते रहे हैं। ऐसे में पीएम मोदी उन्हें अपनी सरकार में मंत्री बनाकर देश के युवाओं और अति पिछड़े वर्गों को साध सकते हैं।
3. मनोहर लाल खट्टर-
मनोहर लाल खट्टर आरएसएस के समर्पित नेता और हरियाणा के 2 बार सीएम रहे हैं। पीएम मोदी के साथ उनकी घनिष्ठता रही है। लोकसभा चुनाव से पहले जब पार्टी ने उन्हें हटाकर नायब सिंह सैनी को सीएम बनाया तो उन्होंने बिना किसी हील-हुज्जत के यह फैसला स्वीकार कर लिया। वे करनाल सीट से विजयी रहे हैं। ऐसे में पार्टी उन्हें मंत्री बनाकर उनकी वफादारी का इनाम दे सकती है।
4. शिवराज सिंह चौहान-
शिवराज सिंह चौहान मध्य प्रदेश में बीजेपी के लोकप्रिय नेता रहे हैं। वे राज्य के 3 बार सीएम रहे। हालांकि पिछले साल हुए असेंबली चुनाव में बंपर जीत के बाद पार्टी ने उन्हें दरकिनार कर मोहन सिंह यादव को सीएम बना दिया था लेकिन वे शांत रहे। अब वे विदिशा सीट से जीतकर सांसद बन गए हैं। ऐसे में पीएम मोदी उन्हें मंत्रिमंडल में शामिल कर राज्य में उनकी लोकप्रियता का फायदा उठा सकते हैं।
5. बिप्लब कुमार देव-
बिप्लब कुमार देव त्रिपुरा में बीजेपी के सीएम रहे हैं। जब राज्य में उनके खिलाफ असंतोष भड़का तो पार्टी ने उन्हें हटाकर माणिक साहा को सीएम बना दिया, लेकिन बिप्लब कुमार देव ने कोई विरोध नहीं किया और हरियाणा पार्टी प्रभारी बनकर चुपचाप काम करते रहे। अब वे सांसद का चुनाव जीतकर आ गए हैं। ऐसे में पार्टी उन्हें मंत्री बनाकर उनकी मेहनत का फल दे सकती है।
6. अनिल बलूनी-
अनिल बलूनी पार्टी के नेशनल मीडिया इंचार्ज रहे हैं। अपने कार्यकाल के दौरान उन्होंने मीडिया में पार्टी को मजबूती से स्थापित किया। इस बार पार्टी ने उन्हें गढ़वाल सीट से चुनाव में उतारा था, जिसमें वे सफल रहे। पार्टी के बड़े नेताओं से नजदीकियां और पुराने काम की बदौलत उनका मंत्रिमंडल में शामिल होने का दावा मजबूत बना हुआ है।
7. रामवीर सिंह विधूड़ी-
रामवीर सिंह विधूड़ी दिल्ली में चुनाव जीतने वाले बीजेपी के सबसे वरिष्ठ और अनुभवी नेता हैं। संसद का चुनाव लड़ने से पहले वे दिल्ली असेंबली में बीजेपी विधायक दल के नेता की जिम्मेदारी निभा रहे थे। पार्टी ने अपने विवादित नेता रमेश विधूड़ी का टिकट काटकर उन्हें चुनाव लड़ाया था, जिसमें वे सफल रहे। अब पार्टी उन्हें केंद्रीय मंत्रिमंडल में जगह देकर आगे बढ़ा सकती है।
इन्हें भी पढ़िए – फिर एक बार मोदी सरकार! छंट गए आशंकाओं के बादल, लग गई सहयोगियों की फाइनल मुहर, देखिए- NDA ग्रुप लिस्ट
Gold Silver Rate Today : फिर बढ़े सोने चांदी के भाव, इतने रुपए महंगा हुआ सोना, जानें आज के ताजा रेट