Odisha Government: ओडिशा सरकार ने भद्रक जिले में इंटरनेट सेवाओं को 48 घंटे के लिए 30 सितंबर तक निलंबित कर दिया है। सरकार ने यह फैसला सोशल मीडिया पर फैल रही अफवाहों के मद्देनजर लिया है। इस बात की जानकारी ANI ने दी है।
राज्य के अतिरिक्त मुख्य सचिव सत्यव्रत साहू ने आधिकारिक आदेश में कहा कि गृह विभाग ने भद्रक जिले में इंटरनेट और डेटा सेवाओं के माध्यम से व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स और अन्य जैसे सोशल मीडिया प्लेटफार्मों पर 30 सितंबर तक प्रतिबंध लगा दिया है।
इस राज्य को मिले 23,181 करोड़ रुपये के निवेश प्रपोजल, पैदा होंगी 27,375 नौकरियां, जानिए डिटेल
आदेश में कही गई ये बात
सरकारी आदेश में कहा गया, “राज्य सरकार के संज्ञान में आया है कि हाल के दिनों में सोशल मीडिया पोस्टिंग के कारण भद्रक और धामनगर क्षेत्रों में विभिन्न हिंसक सांप्रदायिक घटनाएं हुई हैं। इस दौरान जिला प्रशासन ने सांप्रदायिक हिंसा फैलाने के लिए इंटरनेट के दुरुपयोग की चिंता व्यक्त की है। व्हाट्सएप, फेसबुक, एक्स और अन्य ऐसे सोशल मीडिया प्लेटफार्म में सांप्रदायिक तनाव को भड़काने की क्षमता है, जिससे भद्रक जिले में सार्वजनिक व्यवस्था में गड़बड़ी पैदा हो सकती है। अब पूरे भद्रक जिले में शांति और सौहार्द बहाल करने के लिए सोशल मीडिया पर प्रतिबंध लगा दिया गया है।”
सार्वजनिक समारोहों पर लगाया प्रतिबंध
भद्रक कस्बे में सार्वजनिक समारोहों पर प्रतिबंध लगा दिया है। दरअसल, यहां पर एक समुदाय द्वारा अपनी धार्मिक मान्यताओं से संबंधित एक फेसबुक पोस्ट को लेकर विरोध प्रदर्शन हुए थे, जो बाद में हिसंक हो गए थे। इस प्रदर्स्शन में कई पुलिसकर्मी घायल हो गए थे।
‘न ढकने के लिए कफन होगा और न दफनाने के लिए दो गज जमीन’, सीएम योगी आदित्यनाथ का बड़ा बयान
पुलिस पर की पत्थरबाजी
पुलिस के अनुसार, 600 से ज़्यादा प्रदर्शनकारियों ने कचेरीबाजार और पुरुनाबाजार को जोड़ने वाले संथिया पुल को जाम कर दिया था। इस दौरान पोस्ट के लिए जिम्मेदार व्यक्ति की गिरफ्तारी की मांग की। जब पुलिस ने रैली के दौरान लोगो को हिरासत में लेने की कोशिश की, तो भीड़ जबरन आगे बढ़ गई, जिसके बाद लाठीचार्ज करना पड़ा। जवाब में, कुछ प्रदर्शनकारियों ने पुलिस पर पत्थर फेंकना शुरू कर दिया।