भारत की पहली कोरोना वायरस मरीज दोबारा संक्रमित हो गई है। केरल के त्रिशूर की रहने वाली एक छात्रा ने चीन के एक मेडिकल कॉलेज में दाखिला ली थी। बीच में कोरोना महामारी का संकट पैदा हो गया जिसके बाद वो भारत लौट आई। भारत लौटने के बाद जनवरी 2020 में उसकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी। इसी के साथ देश में कोरोना का पहला मामला भी मिला था।
त्रिशूर जिला चिकित्सा अधिकारी के जे रीना ने कहा ने छात्रा को होम क्वारंटाइन में रखा गया है और उसमें कोरोना के लक्षण दिखाई नहीं दे रहे हैं। अधिकारी ने कहा कि छात्रा के परिवार का कोई भी सदस्य सक्रमित नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि दोबारा कोरोना होना कोई नई बात नहीं है और कुछ स्वास्थ्य कार्यकर्ता दो बार संक्रमित हुए हैं।
अधिकारी ने बताया कि छात्रा दिल्ली की यात्रा करने की योजना बना रही थी, जब उसका दोबारा टेस्ट किया गया तो उसकी रिपोर्ट पॉजिटिव मिली। परिवार ने कहा कि उसमें कोरोना वायरस के कोई लक्षण नहीं दिख रहे हैं और उसने कोरोना वायरस वैक्सीन की पहली डोज भी ली है। बता दें कि महामारी के दौरान जो छात्र चीन से वापस लौटे थे उनको वापस से जाने की अनुमित नहीं मिली है। छात्रा को जब कोरोना हुआ था तब उसने लगभग एक महीना अस्पताल में बिताया था। उसके दो दोस्त जो वुहान से उसके साथ यात्रा की थी, बाद में उनकी कोरोना रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई थी।
पहली बार संक्रमित होने के बाद हिन्दुस्तान टाइम्स से बात करते हुए छात्रा ने कहा था कि उसने कभी भी ऐसा नहीं सोचा था वो संक्रमित होगी, लेकिन एक बार जब उसे संक्रमण का पता चला तो उसको अपने परिवार के सदस्यों और अन्य लोगों की चिंता होने लगी थी। क्योंकि चीन से वापस आने के बाद वो उन्हीं लोगों के बीच में रही थी। छात्रा ने कहा कि घर वापस लौटने के बाद वो 27 जनवरी से 20 फरवीर तक आइसोलेशन में रही।