Income Tax Return: अगर आपने अपना इनकम टैक्स रिटर्न फाइल कर रिफंड मिलने का इंतजार कर रहे हैं तो सावधान हो जाएं। दरअसल, फर्जीवाड़ा करने वाले फ्रॉड रिफंड के आड़ में टैक्सपेयर्स के साथ फ्रॉड कर रहे हैं। अब आयकर विभाग ने करदाताओं को विभाग का नाम लेकर आयकर रिफंड का वादा करने वाले फ़िशिंग संदेशों के बारे में चेतावनी जारी की है। ऐसे संदेशों में अक्सर एक हाइपरलिंक शामिल होता है जो उपयोगकर्ताओं को आधिकारिक आयकर विभाग के प्लेटफ़ॉर्म जैसी दिखने वाली एक भ्रामक वेबसाइट पर रीडायरेक्ट करता है। इस धोखाधड़ी वाली साइट पर अपने व्यक्तिगत विवरण दर्ज करने वाले करदाताओं को धोखेबाज़ों द्वारा फ्रॉड का शिकार बनाया जाता है। दिल्ली-एनसीआर समेत देश के अलग-अलग हिस्सों में लोगों को इनकम टैक्स डिपार्टमेंट के नाम फ्रॉड SMS भेजे जा रहे हैं।
कैसे किया जा रहा है फ्रॉड
साइबर पुलिस के मुताबिक लोगों को रिफंड के नाम पर धोखा दिया जा रहा है। साइबर फ्रॉड एसएमएस भेज कर यह संदेश दे रहे हैं कि आपका आईटीआर प्रॉसेस हो गया है और आपके नाम पर इतने हजार रुपये का रिफंड अप्रूव हुआ है। यह रकम आपके बैंक खाते में जल्द ही क्रेडिट हो जाएगा। आप अपना बैंक अकाउंट नंबर 8XXXXX8741 वेरिफाई करिए। अगर ये सही नहीं है तो नीचे दिए गए लिंक पर जाकर अपनी बैंक अकाउंट की डिटेल अपडेट कर लें। इस तरह के गलत अकाउंट नंबर देखकर बहुत सारे लोग जल्दी में अपना अकाउंट नंबर ठीक करने के लिए भेज गए लिंब पर क्लिक कर रहे हैं। जहां से वह स्कैमर्स के फर्जी इनकम टैक्स के फेक पेज पर पहुंच रहे हैं। वहां अपना अकाउंट नंबर ठीक करने के लिए अपनी सारी डिटेल भरते हैं। उसके बाद वेरिफिकेशन के नाम पर ‘ओटीपी’ भेजा जाता है। ओटीपी डालते ही स्कैमर्स बैंक अकाउंट खाली कर दे रहे हैं।
शिकार होने से कैसे बचें?
फर्जी रिफंड के लोभ में न फंसे और किसी संदेह वाले एसएमएस में दिए गए क्लिक करने से बचें। अगर आपको आयकर विभाग से कथित तौर पर कोई संदेश मिलता है, तो किसी भी लिंक पर क्लिक करने से बचें और सीधे आयकर विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर जाकर अपना रिफंड स्टेटस चेक करें। व्यक्तिगत जानकारी मांगने वाले संदेशों से सावधान रहें। आयकर विभाग से कभी भी ईमेल या एसएमएस के जरिए पैन नंबर, आधार नंबर या बैंक खाते के विवरण जैसी संवेदनशील जानकारी नहीं मांगेगा। अगर कोई संदेश ऐसी जानकारी मांगता है, तो इसे एक घोटाला समझें। केवल आधिकारिक आयकर विभाग की वेबसाइट पर भरोसा करें। हमेशा प्रामाणिक वेबसाइट का उपयोग करें। अगर आप किसी वेबसाइट की वैधता के बारे में अनिश्चित हैं, तो यह सुनिश्चित करने के लिए URL सत्यापित करें कि यह आधिकारिक साइट से मेल खाता है। अगर आपको इस घोटाले का शिकार होने का संदेह है, तो तुरंत आयकर विभाग से संपर्क करें। इसके अलावा, अधिकारियों को घोटाले की रिपोर्ट करें।