Exit Poll: लोकसभा चुनाव 2024 के नतीजे आने में अभी 48 घंटे से ज्यादा समय बाकी है। 4 जून को दोपहर तक तस्वीर साफ हो जाएगी कि केंद्र में किसकी सरकार बनने जा रही है। लगभग सभी एग्जिट पोल भाजपा की अगुआई वाले NDA को 350 से ज्यादा सीटें दे रहे हैं। वहीं कांग्रेस की अगुवाई वाला INDIA गठबंधन 150 के आंकड़े से भी दूर रह सकता है। अगर एग्जिट पोल के आंकड़े ही नतीजों में तब्दील होते हैं तो भाजपा का बंगाल, ओडिशा, तमिलनाडु, कर्नाटक जैसे राज्यों में प्रदर्शन चौंका सकता है। हालांकि वो नारा जिसकी चर्चा भाजपा राम मंदिर के उद्घाटन के बाद से ही कर रही थी, क्या वो हासिल नहीं होने जा रहा है? क्या एनडीए 400 पार नहीं पहुंचेगा?
यह सवाल इसलिए क्योंकि टुडेज चाणक्य, माई एक्सिस और CNX के एग्जिट पोल ही एनडीए को 400 प्लस सीटें मिलने का अनुमान जता रहे हैं। ज्यादातर एजेंसियों की मानें तो एनडीए 400 के आंकड़े से पीछे रह सकता है। हालांकि भाजपा के नेता एग्जिट पोल के एक फॉर्मूले पर आश्वस्त होंगे। हां, वही फॉर्मूला जो पिछले दोनों लोकसभा चुनावों में भगवा दल के फेवर में रहा था। आइए पिछले दोनों लोकसभा चुनाव के एग्जिट पोल को समझते हैं।
लोकसभा चुनाव 2014 एग्जिट पोल
तब पहली बार भाजपा ने इतना शानदार बहुमत हासिल किया था। हालांकि नतीजे एग्जिट पोल के एवरेज से भी ज्यादा रहे थे। पहले नीचे टेबल देखिए-
दिलचस्प बात यह रही कि सीटों के अनुमान का औसत 283 रहा और एनडीए ने इससे कहीं ज्यादा 336 सीटों पर जीत हासिल की।
2019 लोकसभा चुनाव एग्जिट पोल
इसी तरह पिछले यानी 2019 के चुनाव में तमाम एजेंसियों ने एनडीए को 300 से 10-15 सीटें कम ही दिखाई थीं। हालांकि नतीजे चौंकाने वाले रहे। इसमें भी वही फॉर्मूला भाजपा के पक्ष में गया। टेबल देखिए-
एग्जिट पोल में सीटों का एवरेज 306 रहा लेकिन एनडीए ने इससे करीब 50 सीटें ज्यादा जीती थीं। जी हां, 2019 के चुनाव में भाजपा+ के खाते में 353 सीटें गईं।
अगर इसी तरह 7 एजेंसियों के एग्जिट पोल का औसत निकालें तो एनडीए को 370 से 390 सीटें मिल सकती हैं। अगर पिछले दो चुनावों वाला फॉर्मूला चला तो पीएम नरेंद्र मोदी का ‘अबकी बार 400 पार’ वाला नारा सच होने जा रहा है। अब तक भारत के चुनावी इतिहास में केवल एक बार 1984 में कांग्रेस ने 400 पार किया था।