भोपाल। मध्य प्रदेश में कोरोना शहरों, गांव और गलियों से होता हुआ अब सरकार और सियासत के गलियारों तक पहुंच गया है। कोरोना मरीजों की बढ़ती संख्या के बीच मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान और सरकार के तीन मंत्रियों के साथ बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष का कोरोना पॉजिटिव हो जाना कई सवाल खड़े कर रहा है। सवाल यह कि क्या इन सभी ने कोरोना की गाइडलाइन का पालन नहीं किया ?
मध्य प्रदेश में विधायकों, मंत्रियों और मुख्यमंत्री के कोरोना पॉजिटिव होने की क्रोनोलॉजी को देखें तो एक बात साफ है कि बीजेपी नेताओं की ओर से बीमारी को गंभीरता से नहीं लिया गया। कोरोना के तमाम प्रोटोकॉल का उल्लंघन होता रहा। फिर बात चाहें बीजेपी प्रदेश मुख्यालय में आयोजित होने वाली बैठकों की हो या फिर मंत्रियों के दौरे और समर्थकों के बीच पहुंचने की होड़ की। यहां तक कि कोरोना संक्रमण के बावजूद VVIP एक ही चार्टर्ड प्लेन में बैठकर यात्रा करते रहे।
ऐसे समझें क्रोनोलॉजी
मध्य प्रदेश में कोरोना संक्रमण तेज़ी से फैल रहा था। सीएम और मंत्री जनता को तो समझा रहे थे कि वो गाइडलाइन का पालन करें। घर से न निकलें, सोशल डिस्टेंस बनाएं और हाथ धोएं-मास्क पहने, लेकिन वो खुद अपने इलाकों का दौरा करते रहे और सभाओं को संबोधित करते रहे। कैबिनेट मंत्री अरविंद भदौरिया पहले मंत्री थे जिन्हें कोरोना हुआ। यह बताया जा रहा है कि अरविंद भदौरिया जब ग्वालियर और भिंड गए तो वहां उन्होंने अपने समर्थकों के साथ मेल मुलाकात की। सभाओं को संबोधित किया। संभवतः अरविंद भदौरिया यहीं से कोरोना संक्रमित हुए।
एक प्लेन में सवारी
राज्यपाल लालजी टंडन के निधन पर उनकी अंत्येष्टि में शामिल होने के लिए अरविंद भदौरिया, मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वी डी शर्मा और प्रदेश संगठन महामंत्री सुहास भगत एक ही चार्टर्ड प्लेन में बैठकर भोपाल से लखनऊ गए। लखनऊ से लौटने के बाद सबसे पहले अरविंद भदौरिया के कोरोना पॉजिटिव होने की पुष्टि हुई। फिर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान की रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव आई। उसके बाद संगठन महामंत्री सुहास भगत, बीजेपी प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा और कई मंत्रियों और विधायकों की रिपोर्ट भी कोरोना पॉजिटिव आई।
बीजेपी-कांग्रेस में कोरोना संक्रमण
बीजेपी के प्रमुख नेताओं के अलावा कई और मंत्री और विधायक भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। जल संसाधन मंत्री तुलसी सिलावट और पिछड़ा वर्ग मंत्री रामखेलावन पटेल को कोरोना हो गया है। तुलसी सिलावट ने तो जमकर अपने इलाके में प्रचार भी किया। इससे पहले बीजेपी विधायक ओम प्रकाश सखलेचा, दिव्यराज सिंह, राकेश गिरी भी कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं. वहीं कांग्रेस की बात करें तो विधायक कुणाल चौधरी, प्रवीण पाठक, पूर्व मंत्री लखन घनघोरिया, पूर्व सांसद प्रेमचंद गुड्डू कोरोना पॉजिटिव आ चुके हैं। पूर्व मंत्री जीतू पटवारी और तरुण भनोत के परिवार के सदस्य भी कोरोना पॉजिटिव आए हैं। घनघोरिया को तो हालत गंभीर होने पर एयर एंबुलेंस से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में भर्ती कराना पड़ा।