यह मामला शुक्रवार दोपहर का है। गांधी पार्क बस स्टैंड पर एक युवक व किशोरी घूम रहे थे। वह काफी देर तक इधर उधर घूमते रहे तो स्थानीय पुलिस को शक हुआ और दोनों को हिरासत में लेकर पूछताछ शुरू कर दी। पहले तो युवक ने पुलिस पर हावी होने का प्रयास किया। अपना परिचय देते हुए बताया कि वह हाथरस के बैंक में नौकरी करता है। लड़की उसकी दोस्त है।
इसके बाद जब किशोरी से पूछताछ की गई तो वह घबरा गई। वह पुलिस के दो सवालों में ही उलझ गई और सच्चाई उगलती गई। किशोरी ने पुलिस को बताया कि वह बरेली में कक्षा बारहवीं की छात्रा है। युवक हाथरस के बैंक में नौकरी करता है। दोनों की एक साल पहले फेसबुक के जरिए दोस्ती हुई थी। अब दोनों ने घर छोड़कर भागने की योजना बनायी थी। इसी के चलते युवक ने उसको बरेली से अलीगढ़ बुला लिया था।
पुलिस दोनों को थाने ले गई। देर रात तक दोनों को थाने में बैठाये रखा। सूचना पर हिंदू संगठनों के कार्यकर्ता भी पूर्व महापौर शकुंतला भारती के नेतृत्व में थाने पहुंच गये और युवक के दूसरे समुदाय का होने के चलते लव जेहाद का आरोप लगाने लगे। पुलिस ने हिंदूवादी संगठनों के कार्यकर्ताओं को बामुश्किल शांत किया।
अलीगढ़ पुलिस की ओर से बरेली पुलिस को भी दिन में ही सूचना दे दी गई थी। देर रात तक बरेली पुलिस भी आ गई और नाबालिग छात्रा व बैंककर्मी युवक को अपने साथ बरेली ले गई। यह मामला शहर में चर्चा का विषय रहा।
थाना गांधीपार्क के इंस्पेक्टर हरिभान सिंह राठौर ने कहा, ‘गांधी पार्क बस स्टैंड से युवक को एक नाबालिग लड़की के साथ शक के आधार पर पकड़ा गया था। दोनों से पूछताछ की गई तो मालूम हुआ कि बरेली की एक छात्रा हाथरस के एक बैंककर्मी से फेसबुक दोस्ती के चलते अलीगढ़ आ गई है। देर रात बरेली पुलिस अलीगढ़ आकर युवक व छात्रा दोनों को अपने साथ ले गई है।’
अलीगढ़ की पूर्व महापौर शकुंतला भारती ने कहा, ‘दूसरे समुदाय के युवक द्वारा नाबालिग को अपने जाल में फंसाकर भगा ले जाने की सूचना मिली थी। समय रहते उनके पकड़ लिया गया है। बरेली पुलिस युवक को अपने साथ ले गई है।’