रांची। झारखंड के पूर्व मुख्यमंत्री चंपई सोरेन शुक्रवार को रांची में आधिकारिक तौर पर भाजपा में शामिल हो गए। चंपई सोरेन को केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान, असम के मुख्यमंत्री हेमंता बिस्वा सरमा और झारखंड प्रदेश अध्यक्ष बाबू लाल मरांडी ने बीजेपी की सदस्यता ग्रहण कराई। इस मौके पर लक्ष्मीकांत वाजपेयी और अर्जुन मुंडा समेत कई सीनियर नेता भी मौजूद रहे।
चंपई सोरेन के समर्थक भी बीजेपी में शामिल
केंद्रीय मंत्री शिवराज सिंह चौहान और असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्व शर्मा की मौजूदगी में सोरेन बड़ी संख्या में अपने समर्थकों के साथ भाजपा में शामिल हुए। इस दौरान उनका जोरदार स्वागत किया गया, जिससे सोरेन कुछ समय के लिए भावुक भी हो गए।
शिवराज सिंह चौहान ने की चंपई सोरेन की तारीफ
इस मौके पर शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि सोरेन ने पूरी जिंदगी ईमानदारी से जनता की सेवा की, आज वे झारखंड गठबंधन की भ्रष्ट सरकार को उखाड़ फेंकने के लिए भाजपा में आ गए हैं। मैं उनका स्वागत करता हूं। टाइगर जिंदा है… वे टाइगर हैं, उनके साथ मिलकर भाजपा अब अपनी सरकार बनाएगी और झारखंड की जनता को यहां की बेईमान सरकार से मुक्ति दिलाएगी। सोरेन भाजपा में बहुत महत्वपूर्ण भूमिका अदा करेंगे, वे कोर कमेटी में भी रहेंगे।
शिबू सोरेन के करीबी थी चंपई सोरेन
आदिवासी नेता चंपई (67) के भाजपा में शामिल होने को राज्य की मुख्य विपक्षी पार्टी की बड़ी सफलता के रूप में देखा जा रहा है। माना जा रहा है कि इससे राज्य के अनुसूचित जनजाति वर्ग में भाजपा को अपनी स्थिति मजबूत करने के प्रयासों में बल मिलेगा। यह समुदाय झामुमो का मुख्य आधार रहा है। चंपई सोरेन को झामुमो सुप्रीमो शिबू सोरेन का सबसे निकट सहयोगी माना जाता था। चंपई सोरेन ने बुधवार को झामुमो छोड़ दिया था। उन्होंने कहा कि राज्य सरकार की वर्तमान कार्यशैली और नीतियों ने उन्हें पार्टी को छोड़ने के लिए मजबूर किया है जिसकी उन्होंने कई वर्षों तक सेवा की है।
अलग झारखंड राज्य के लिए 1990 हुए आंदोलन में उनके योगदान के लिए उन्हें ‘झारखंड का टाइगर’ भी कहा जाता है। झारखंड को 2000 में बिहार के दक्षिणी हिस्से से अलग करके बनाया गया था। राज्य की 81 सदस्यीय विधानसभा के लिए इस साल के अंत में चुनाव होने हैं।